देश आपका ऋणी रहेगा ।।
पराधीनता में जकड़े इस ,
भारत को आजाद कराया ।
घोर निराशा में डूबे हर ,
व्यक्ति में विश्वास जगाया ।
हे महामानव, हे उद्धारक ,
जब तक सूरज-चाँद रहेगा ।
हे बापू , हे लाल बहादुर ,
देश आपका ऋणी रहेगा ।
सत्य-अहिंसा के अस्त्रों से ,
अंग्रेजों को दूर भगाया ।
जय-जवान औ ‘ जय-किसान की,
ताक़त का अहसास कराया ।
महामसीहा , हे उन्नायक ,
होठों पर गुणगान रहेगा ।
हे बापू , हे लाल बहादुर ,
देश आपका ऋणी रहेगा ।
सत्याग्रह के आदर्शों में ,
मानवता का भला समाया ।
सदा आपके पदचिह्नों को,
हम सबने आदर्श बनाया ।
हे योद्धा , हे युग के नायक,
विश्वगुरु फिर देश बनेगा ।
हे बापू , हे लाल बहादुर ,
देश आपका ऋणी रहेगा ।
– *हिमानी पारीक*
अध्यापिका
राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय
सूरजपुरा ( श्रीनगर) अजमेर
मेरे पास आप की लेखनी के लिये कोई शब्द नही है ।
आपको ओर आपकी लेखनी को नमन