कुंडली के 12 घर

sangita puri
आप सभी लोगों ने अपने घरों में पंडितों के द्वारा बनायी गयी जन्मकुंडली अवश्य देखी होगी , जिसमे ऐसे 12 खाने बने होते हैं। कुंडली की शुरुआत ऊपर वाले खाने से मानी जाती है , इन खानो में 1 से 12 तक के अंक क्रम से लिखे होते हैं। कुंडली की शुरुआत सिर्फ 1 अंक ही नहीं , 2 अंक, 3 अंक, 4 अंक या 12 तक के किसी अंक से हो सकती है। ये नंबर आकाश के 12 भाग में से किसी एक भाग का प्रतिनिधित्व करते हैं।
1 अंक 0 से 30 , 2 अंक 30 से 60 , 3 अंक 60 से 90 , 4 अंक 90 से 120 , 5 अंक 120 से 150 , 6 अंक 150 से 180 , 7 अंक 180 से 210 , 8 अंक 210 से 240 , 9 अंक 240 से 270 , 10 अंक 270 से 300 , 11 अंक 300 से 330 और 12 अंक 330 से 360 डिग्री का प्रतिनिधित्व करता है।

1 अंक यानि 0 से 30 डिग्री को मेष , 2 अंक यानि 30 से 60 डिग्री को वृष , 3 अंक यानि 60 से 90 डिग्री को मिथुन , 4 अंक यानि 90 से 120 को कर्क, 5 अंक यानि 120 से 150 को सिंह , 6 अंक यानि 150 से 180 डिग्री को कन्या , 7 अंक यानि 180 से 210 डिग्री को तुला , 8 अंक यानि से 240 को वृश्चिक , 9 अंक यानि 240 से 270 डिग्री को धनु , 10 अंक यानि 270 से 300 डिग्री को मकर , 11 अंक यानि 300 से 330 डिग्री को कुम्भ और 12 अंक यानि 330 से 360 डिग्री को मीन राशि कहा जाता है।

अंग्रेजी में मेष राशि को Aries , वृष राशि को Taurus , मिथुन राशि को Gemini , कर्क राशि को Cancer , सिंह राशि को Leo , कन्या राशि को Virgo , तुला राशि को Libra , वृश्चिक राशि को Scorpio , धनु राशि को Sagittarius , मकर राशि को Capricorn , कुम्भ राशि को Aquarius तथा मीन राशि को Pisces कहा जाता है। राशियों के नाम सभी ज्योतिष प्रेमियों को याद रहने चाहिए।

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