पूरे देश की जनता का दिल दहला

-प्रवीण कुमार सोरेटिया, अजमेर-

देश की दिल दिल्ली
दिल्ली में हुई ऐसी घटना
जिससे कुछ मनचलों का दिल बहला
लेकिन इस हृदय विदारक घटना की
खबर सुनकर
पूरे देश की जनता का दिल दहला।
जनता सड़कों पर उतर आई
दी सरकार को न्याय की दुहाई
लेकिन
सरकार ने हमेशा की तरह
जनता को वादों से टरकाया
आरोपियों को कड़ी सजा का
भरोसा दिलाया।
हम जनता की, महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाएंगे
फास्ट ट्रेक कानून लाएंगे
लेकिन अब तलक क्या आंखे बंद थीं
क्यों न्याय की गति मंद थी?
हमारी सरकार और कितनी दुर्घटनाओं का
इंतजार करेगी?
कब तलक जनता की
नजरों से गिरेगी?
क्या यही है देश का लोकतंत्र
ज्हां चलते हैं केवल
राजनीतिक षडयंत्र।
राजनीतिक पार्टियां
दिखावे के लिए एक-दूसरे पर
आरोप-प्रत्यारोप लगाती है
जनता के मुद्दों की आंच पर
राजनीतिक रोटियां पकाती है।
कार्यवाही के नाम पर
तरह-तरह के जांच आयोग बन जाते हैं
जांच समितियां बन जाती है
ये जांचें चलती हैं कछुआ चाल
और इनको नतीजे पर पहुंचते
बीत जाता है एक बड़ा काल।
फाइलों पर, मुद्दों पर धीरे-धीरे
समय की धूल जम जाती है
और आम जनता
हमेषा की तरह
ठगी सी रह जाती है।
देष की सरकार कब
घिसा पिटा सिस्टम बदलेगी
कब तलक
पुराने नियम कानून पर चलेगी
पुलिस कब जनता की दोस्त
और बदमाशों की दुश्मन बनेगी
कब जनता के दिल में
अपनी छवि एक हमदर्द की बनाएगी
आम जनता की जगह
अपराधियों पर डण्डे बरसाएगी
क्या वो सुबह कभी आएगी
जब पुलिस पिज्जा से पहले
घटना स्थल पर पहुंच जाएगी।

प्रवीण कुमार सोरेटिया

 

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