आतंकवादियों ने पेशावर स्कूल पर धावा बोला

peshawarपेशावर। पेशावर के आर्मी पब्लिक स्कूल पर आतंकवादियों के एक समूह ने हमला कर दिया। इस हमले में कम से कम 12 बच्चों की मौत हो गई है। स्कूल की इमारत से बचकर आए लोगों में और पूरे पाकिस्तान में इस आतंकवादी हमले को लेकर भय और सदमे का वातावरण व्याप्त हो गया है। एआरवाई की रपट के मुताबिक, आतंकियों ने स्कूल में 500 बच्चों को बंधक बना रखा है, जबकि 40 छात्र गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इस स्कूल को सुरक्षा कर्मियों और सेना ने चारों ओर से घेर रखा है। स्कूल पर आतंकवादी हमले की सबसे पहले जानकारी कुछ विद्यार्थियों और कर्मचारियों ने दी। आम दिनों में भी इस स्कूल में कड़ी सुरक्षा रहती है। स्कूल में मौजूद एक वरिष्ठ छात्र के मुताबिक, हमले में तकरीबन सात आतंकवादी शामिल हैं और उनकी गोलीबारी में कई दर्जन छात्र घायल हो गए हैं। द्वितीय वर्ष के एक छात्र मुख्तार ने मीडिया को बताया, “हमारी कक्षा अभी शुरू ही हुई थी, तभी हमारे शिक्षकों ने हमें सिर झुका लेने के लिए कहा। जैसे ही हम क्लास से बाहर निकले, हमारे कुछ साथी जख्मी हालत में पड़े हुए थे। वहां पर तकरीबन छह से सात दहशतगर्द होंगे।” पांच से छह साल के एक बच्चे ने मीडिया को बताया, “चौथा घंटा चल रहा था। हम कक्षा में थे। हमने सैन्यकर्मियों को आते देखा.., हमारे शिक्षकों ने कहा कि यह सुरक्षा अभ्यास होगा.. लेकिन उसके बाद हमारे प्रधानाचार्य आए और उन्होंने हमारे शिक्षक से कहा कि विद्यार्थियों को बाहर निकालना होगा।” छात्र ने बताया, “..तब हमने देखा कि उनके (आतंकवादियों) हाथों में बंदूकें हैं।”  स्कूल में प्रयोगशाला सहायक के पद पर कार्यरत उदय ने पत्रकारों को दहशत की पूरी दास्तां सुनाई। उसने कहा, “जब हमला हुआ, हम स्कूल कैंटीन में बैठे हुए थे..मैं छुप गया, सेना एक घंटे बाद आई..वे लोग कक्षाओं में नहीं थे..पर वे छह-सात थे.. गोलीबारी बंद थी..पर मैंने देखा उनके पास बड़े-बड़े राइफल थे।” आतंकवादी हमले की खबर मिलने के बाद स्कूल पहुंचे अभिभावकों में से एक ने इस तरह के स्कूलों में आतंकवादियों के घुसने पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “हम खुद जब स्कूल जाते हैं तो हमारी जांच होती है..हमारी गाड़ियों की जांच होती है.. फिर ये दहशतगर्द घुस कैसे गए? ये बड़ी हैरानी है।” ताजा मीडिया रपटों के मुताबिक कमांडो और सुरक्षा दस्ते ने स्कूल को चारों ओर से घेर लिया है और वे जल्द से जल्द इस समस्या को खत्म करने के प्रयास में लगे हुए हैं। सेना का एक हेलीकॉप्टर भी स्थिति पर नजर रखे हुए है।

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