भारतीय-अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और जापानी अंतरिक्ष यात्री अकिहीको होशिदे बुधवार को छठी बार अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के बाहर चहलकदमी करेंगे। इस स्पेस वॉक का मकसद अंतरिक्ष स्टेशन की खराब हुई पॉवर स्विचिंग यूनिट और रोबोटिक ऑर्म कैमरे को बदलना है।
इससे पहले दोनों अंतरिक्ष स्टेशन के रखरखाव से संबंधित कार्य को पूरा करने में असफल रहे थे, इन्हें पूरा करने के लिए वह एक बार फिर अंतरिक्ष में चहल कदमी करेंगे। सुनीता 15 जुलाई को रूस के सोयूज टीएमए-05 अंतरिक्ष यान से बैकानूर कास्मोड्रम से आईएसएस के लिए रवाना हुईं थीं।
गुजरात निवासी भारतीय मूल के अमेरिकी पिता और स्लॉवेनियाई मां की संतान सुनीता 32वें अंतरिक्ष मिशन क्रू में फ्लाइट इंजीनियर थीं, लेकिन इस बार यानी 33वें अंतरिक्ष मिशन में उनके उल्लेखनीय कामों के देखते हुए उन्हें मिशन का कमांडर बना दिया गया है।
सुनीता को 1998 में नासा ने अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुना था। वह 195 दिनों तक अंतरिक्ष में रहकर सबसे ज्यादा समय तक स्पेस में किसी महिला अंतरिक्ष यात्री के रहने का रिकॉर्ड पहले ही बना चुकीं हैं।