ब्रिटेन ने ठुकराई भारतीय छात्रों संबंधी सिफारिशें

चुनाव के दौरान आव्रजन को कम करने के वादे की विवशता के तहत ब्रिटेन के आव्रजन मंत्री ने कुल आव्रजकों के आंकड़ों से भारतीयों एवं अन्य गैर यूरोपीय संघ के छात्रों को हटाने की महत्वपूर्ण संसदीय समिति की सिफारिशों को फिर खारिज कर दिया है।

गैर यूरोपीय संघ के छात्रों को कुल आव्रजकों के आंकड़ों से हटाने की सिफारिश कई संस्थाओं ने की है, इनमें व्यापार और औद्योगिक प्रतिष्ठान भी शामिल हैं क्योंकि ऐसे में ज्यादातर छात्र शिक्षा पूरी करने के बाद वापस लौट जाएंगे। इस पूरे मामले में बार-बार कहा गया है कि अमेरिका जैसे देश विदेशी छात्रों को कुल आव्रजकों के आंकड़े में शामिल नहीं करते हैं।

इस मांग को खारिज करते हुए नव नियुक्त आव्रजन मंत्री मार्क हार्पर ने गृह मंत्रालय के रुख को दोहराया है कि विदेशी छात्रों को कुल आव्रजकों की संख्या का हिस्सा होना चाहिए और आव्रजन की संयुक्त राष्ट्र द्वारा दी गई परिभाषा में विदेशी छात्र भी शामिल होते हैं।

उन्होंने कहा, ‘हम चाहते हैं कि बुद्धिमान और अच्छे छात्र आएं। हमारे विश्वस्तरीय संस्थानों में शिक्षा पाने के लिए आने वाले विदेशी छात्रों की संख्या की कोई सीमा निर्धारित नहीं की गई है।’ मार्क ने कहा, ‘सरकार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार्य आव्रजकों की परिभाषा से इतर जाने को उचित नहीं मानती है, कम से कम इस लिए तो बिल्कुल भी नहीं क्योंकि छात्र भी कामकाजी और पारिवारिक वीजा पर आने वाले लोगों की तरह ही स्वास्थ्य, परिवहन और आवासीय सुविधाओं का उपभोग करते हैं।’

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