भारतीय आर्ट की न्यूयॉर्क में धूम

नीता अंबानी- न्यूयॉर्क की मेट ब्रेयएर दीर्घा में भारतीय आर्टिस्ट नसरीन मौहम्मदी की पेंटिंग्स के साथ
नीता अंबानी- न्यूयॉर्क की मेट ब्रेयएर दीर्घा में भारतीय आर्टिस्ट नसरीन मौहम्मदी की पेंटिंग्स के साथ
नीता अंबानी- आर्ट इंस्टीट्यूट ऑफ शिकागो में प्रदर्शित पिचवाई आर्ट पेंटिंग्स ‘गेट्स ऑफ द लार्ड’ की दीर्घा में
नीता अंबानी- आर्ट इंस्टीट्यूट ऑफ शिकागो में प्रदर्शित पिचवाई आर्ट पेंटिंग्स ‘गेट्स ऑफ द लार्ड’ की दीर्घा में
नसरीन मौहम्मदी (1937-1990) को भारत के बाहर कम ही लोग जानते थे। पर अब उन्हें भारत की बेहतरीन मॉडर्न आर्टिस्ट के तौर पर जाना जाता है।
नसरीन मौहम्मदी (1937-1990) को भारत के बाहर कम ही लोग जानते थे। पर अब उन्हें भारत की बेहतरीन मॉडर्न आर्टिस्ट के तौर पर जाना जाता है।
न्यूयॉर्क में इन दिनों भारतीय आर्टिस्ट नसरीन मौहम्मदी की पेंटिंग्स् की धूम मची है। ये पहली बार है जब किस भी भारतीय आर्टिस्ट की पेंटिंग्स न्यूयॉर्क की नामचीन मेट ब्रेयएर कला दीर्घा में दिखाई जा रही है। इस इवेंट की इम्पोर्टंस का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि ‘वॉल स्ट्रीट जनर्ल’ जैसे कई नामी अखबारों ने इसे खास जगह दी है। ‘वॉल स्ट्रीट जनर्ल’ ने अपनी समीक्षा में, भारतीय आर्ट को अंतरराष्टीय स्तर पर शोकेस करने के प्रयासो की सरहाना की है। प्रदर्शनी में नसरीन मौहम्मदी की पेंटिंग्स और डायरी के कुछ पन्ने प्रदर्शित किए गये हैं। बड़ौदा की नसरीन का भारतीय मॉर्डन आर्ट को आकार देने में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। वे कैनवास पर कम से कम लकीरें खींचती थी और जो उभरता था वो अद्भुत पेंटिंग की शक्ल ले लेता था।
नसरीन मौहम्मदी की आर्ट का ये मेगा शो अचानक से ही सामने नही आया। इसके पीछे एक विचार है। विचार- भारतीय आर्ट को दुनिया के नक्शे पर ले जाना और उसको वो सम्मान दिलवाना जिसकी भारतीय आर्ट और आर्टिस्ट हकदार हैं। रिलायंस फाउंडेशन की फाउंडर और चेयरपर्सन श्रीमति नीता अंबानी ने यह बीड़ा उठाया है। रिलायंस फाउंडेशन ना केवल नसरीन मौहम्मदी की प्रदर्शनी को स्पांसर कर रहा है बल्कि वह इसे सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। नीता अंबानी भारतीय कला को विश्व मानचित्र पर जगह दिलाने में वे कोई कोर कसर नही छोड़ना चाहती। इसी मकसद से वे अपनी पूरी टीम के साथ कुछ दिन पहले न्यूयॉर्क में थी। और यह शो कोई अकेला शो नही है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत से जुड़े बहुत से शो अभी होने बाकी हैं। नीता अंबानी के नेतृत्व में रिलायंस फाउंडेशन दुनिया के नामी म्यूजियमस् के साथ बातचीत कर रहा है। जिससे भारतीय मिट्टी से जुड़ी आर्ट और आर्टिस्टों के मेगा शो अंतरराष्टीय स्तर पर आयोजित किए जा सकें। अगर ये संभव हुआ तो भारतीय कला और कलाकारों के लिए यह एक बड़े मौके के तौर पर सामने आएगा।
रिलायंस फाउंडेशन ने पिछले साल भी शिकागो में पिचवाई पेंटिंग्स की एग्जिबिशन आयोजित की थी। पिचवाई पेंटिंग्स दरअसल भगवान श्रीकृष्ण की विभिन्न मुद्रओं से प्रेरित आर्ट-वर्क है। रिलायंस फाउंडेशन की मदद से पहली बार पिचवाई पेंटिंग्स राजस्थान के नाथद्वारा से निकल कर शिकागो में दुनिया से रूबरू हुई। भारतीय आर्ट में अध्यात्म कहीं गहरे जुड़ा होता है। एग्जिबिशन के मौके पर इसी बात को अंडरलाइन करते हुए नीता अंबानी ने कहा- “पिचवाई पेंटिंग्स श्रीकृष्ण के विभिन्न ईश्वरीय रूपों को दर्शाती है, ये एकता का संदेश देती है और दुनिया को नजदीक लाती है। व्यक्तिगत तौर पर मेरा मानना है कि श्रीकृष्ण की पिचवाई पेंटिंग्स में शांति, एकता, प्यार और सद्भाव का संदेश निहीत है। और यह सही समय है जब दुनिया को इसे स्वीकार करना चाहिए“।
द मेट म्यूजियम-न्यूयार्क, ली लौवर-पेरीस, द हरमीटेज़-सेंट पीटर्सबर्ग, द एक्रोपोलिस-एथेंस-ग्रीस और द ब्रिटिश म्यूजियम-लदंन, इन सब में एक चीज कॉमन है। ये दुनिया के जाने माने टॉप के म्यूजियम यानि कला संग्रहालय है। अब भारत को भी एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का कला संग्रहालय मिलने वाला है। रिलायंस फाउंडेशन की फाउंडर और चेयरपर्सन नीता अंबानी ने हाल ही “वॉल स्ट्रीट जनर्ल” दिए अपने एक इंटरव्यू में इसका खुलासा किया। ‘वॉल स्ट्रीट जनर्ल’ के मुताबिक पर्यावरण अनुकूल यह नया म्यूजियम मुंबई में बनाया जाएगा। अगले कुछ वर्षों में इसके तैयार हो जाने की उम्मीद है। इस म्यूजियम में बड़े स्तर की प्रदर्शनियां आयोजित की जा सकेगी। यूं तो भारत में कई सरकारी और गैर सरकारी म्यूजियम है। पर बड़े स्तर की प्रदर्शनी के लिए जितनी जगह की दरकार होती है। उतनी जगह उनमें उपलब्ध नही है। कला के दीवाने जानते है कि कैसे 6 साल पहले अनीश कपूर को अपनी कला प्रदर्शनी के लिए बॉलिवुड का स्टूडियो किराये पर लेना पड़ा था। क्योंकि नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट में इतनी जगह ही नही थी कि उनके पूरे काम को प्रदर्शित किया जा सके।
नीता अंबानी नए म्यूजियम को लेकर काफी उत्साहित हैं। म्यूजियम का आइडिया सिर्फ अपने व्यक्तिगत कलेक्शन का प्रदर्शन करना नही। वो भारत में बड़े स्तर के आर्ट शोज़ होते देखना चाहती हैं। देश में दुनिया के बड़े आर्ट म्यूजियम के मदद से ट्रेवलिंग मेगा ब्लॉकबस्टर शो आयोजित करना चाहती हैं। सिर्फ आर्ट कलेक्टर का नही वह आर्ट प्रमोटर का रोल निभाना चाहती हैं। वैसे आर्ट और आर्टिस्टों से नीता अंबानी का जुड़ाव कोई नया नही है वे स्वंय भी एक ट्रेंड भरतनाट्यम डांसर है और आज भी उसका अभ्यास करती हैं। आम भारतीय के जीवन में आर्ट एक हिस्से के रूप में विकसित हो वह इसका प्रयास करना चाहती हैं। वे चाहती है कि भारतीय कला को दुनिया के लोगों के सामने शोकेस किया जाए।
भारत सदियों से कला और कलाकरों का स्वर्ग रहा है। यहां की रग रग में कला और संस्कृति अटी पड़ी है। कला अपने स्वाभाविक रूप में यहां जानी पहचानी जाती है। पूजाघरों की मूर्तियों से लेकर रसोईघरों के बर्तनों तक पर आपको इसकी मिसालें देखने को मिल जाएंगी। पर सभी कलाओं को अंतरराष्टीय पहचान नही मिल पाई। भारतीय आर्ट बेमिसाल है बस जरूरत है इन आर्टिस्टों को सही मौका मुहैया कराने की। नीता अंबानी के नेतृत्व में रिलायंस फाउंडेशन इस काम को आगे बढ़ाने का एक छोटा सा प्रयास शुरू किया है। समाज के बाकी हिस्सों को भी मदद के लिए आगे आना चाहिए। ताकि देश की आर्ट को वही मुकाम हासिल हो जिसकी वो हकदार है।
वॉल स्ट्रीट जनर्ल में छपी खबर का लिंक है – http://www.wsj.com/articles/indias-richest-woman-eyes-the-art-world-1457642463

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