अब धड़कन देगी पेसमेकर को ताकत

अभी तक दिल की धड़कन मंद न पड़े इसके लिए हृदय रोगी के दिल में ऑपरेशन करके एक नन्हीं मशीन लगाई जाती थी, लेकिन वैज्ञानिकों ने अब एक ऐसा उपकरण बना लिया है जिसकी मदद से इस पेसमेकर को चलते रहने की ताकत आपके ही दिल की धड़कन से दी जाएगी।

अनुसंधानकर्ताओं के अनुसार ये चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि है। उनका कहना है कि एक बार ऑपरेशन करके शरीर में पेसमेकर फिट करने के बाद उस नन्हीं मशीन की बैटरी बदलने के लिए हर पांच से सात साल पर मरीज का ऑपरेशन किया जाता है। ताकि पेसमेकर बेधड़क चलता रहे है, मरीज की हृदयगति सामान्य रहे। लेकिन एन आरबर की अगुवाई में मिशिगन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने एक ऐसी मशीन बनाई है जो गति ऊर्जा यानी गति के जरिए पैदा हुई ऊर्जा से चलती है। ये नन्हा उपकरण पेसमेकर को हमेशा सुचारु रूप से चलाए रखने का अचूक उपाय साबित हो सकता है।

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