गरीबी और भूख से लड़ें भारत, पाकिस्तान: नीतीश

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मानना है कि भारत और पाकिस्तान को एक-दूसरे से जंग लड़ने की बजाय भूख व गरीबी के खिलाफ साझा युद्ध छेड़ना चाहिए। स्थानीय विश्वविद्यालय में छात्रों को संबोधित करते हुए नीतीश ने यह टिप्पणी की। पाकिस्तान दौरे के अपने लाहौर पड़ाव के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री ने गुरुवार को गुरुद्वारा डेरा साहिब में मत्था टेका। इस अवसर पर उन्हें पाकिस्तान गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से सम्मानित भी किया गया।

पाकिस्तान में अपने स्वागत-सत्कार से गदगद नीतीश ने कहा कि यहां उन्हें जितना प्यार व सम्मान मिला, उसे वह भुला नहीं पाएंगे। लाहौर आकर तो उन्हें लग ही नहीं रहा है कि वह विदेशी सरजमीं पर हैं। छात्रों को उन्होंने हिंदी में संबोधित किया। इस मौके पर पाकिस्तानी पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ ने उनका स्वागत किया। नीतीश का कहना था कि हमारा साझा अतीत रहा है। हमें मिलजुल कर गरीबी और भूख पर विजय हासिल करने की कोशिश करनी चाहिए। उन्होंने बिहार में अपनी सरकार द्वारा उठाए जनकल्याणकारी कदमों से भी छात्रों और वहां मौजूद लोगों को अवगत कराया।

नीतीश का कहना था कि शिक्षा के क्षेत्र में उनकी सरकार द्वारा उठाए गए अभिनव कदमों के कारण स्कूल छोड़ने वाले छात्रों की तादाद 12.5 से घटकर वर्तमान में मात्र दो फीसद रह गई है। स्वास्थ क्षेत्र में उठाए कदमों का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि जब उनकी सरकार ने सत्ता संभाला तो बिहार के सरकारी प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों में महज एक या दो मरीज ही जाया करते थे, लेकिन जब मुफ्त दवा वितरित करने की योजना शुरू की गई तो अब हालत यह है कि एक-एक स्वास्थ्य केंद्र पर हर महीने आठ से नौ हजार लोग अपना इलाज कराने जाते हैं। इससे पूर्व गुरुद्वारा डेरा साहिब पहुंचने पर पाकिस्तान गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार शाम सिंह ने नीतीश का पैर छूकर सबको आश्चर्य चकित कर दिया। इस बारे में सरदार शाम सिंह ने नीतीश से कहा कि आप उस जगह से आए हो, जहां हमारे गुरु गोविंद सिंह का जन्म हुआ है। पटना से आने वाला कोई साधारण शख्स भी हमारे लिए आदरणीय है।

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