इजराइल के गाजा पर हमले में अब तक 111 की मौत

हमास चरमपंथियों के साथ संघर्ष के दौरान इजरायल ने गाजा पट्टी पर पिछले सात दिन से जारी हिंसा में अब तक करीब 111 लोगों की मौत हो चुकी है। दोनों ओर से हो रहे हवाई हमलों को रोकने के लिए कूटनीतिक प्रयास तेज हो गए हैं। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून जल्द ही काइरो पहुंचने वाले हैं, ताकि संघर्ष विराम को लेकर दोनों पक्षों पर अंतरराष्ट्रीय दवाब बढ़ाया जा सके।

मिस्त्र दोनों पक्षों के बीच संघर्ष विराम की अगुआई कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल ने संघर्ष विराम के मुद्दे पर बातचीत के लिए काइरो से संपर्क किया है। मिस्त्र के राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी ने गाजा पंट्टी का संचालन करने वाले राजनीतिक दल के नेता खालिद मेशहल और इस्लामिक जिहाद पार्टी के रहजान सालाह से मुलाकात की।

सालाह के करीबी सहयोगी ने फेसबुक पर लिखा है, ‘हमास संघर्ष विराम को तैयार है, लेकिन इससे पहले इजरायल को हमले रोकने होंगे और सुनियोजित हमले की नीति खत्म करने के साथ गाजा की आर्थिक नाकेबंदी हटानी होगी।’ इजरायल के समाचार पत्र हारेत्ज के अनुसार, ऑपरेशन पिलर ऑफ डिफेंस के शुरू होने के बाद 95 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें एक तिहाई लोग संघर्ष में मारे गए हैं। इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आइडीएफ) ने स्वीकारा कि हमास के रॉकेटों का जवाब देने के लिए किए एक मिसाइल हमले में नौ फलस्तीनियों की मौत हो गई। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतानयाहू ने विश्व को भरोसा दिलाया है कि उनका देश नागरिकों की हत्या के पक्ष में नहीं है।

इजरायल ने वर्ष 2005 में गाजा पंट्टी क्षेत्र से यहूदी बस्तियों को हटा लिया था। इसके दो साल बाद गाजा ने यहां अपना नियंत्रण स्थापित कर लिया, तो इजरायल ने आर्थिक नाकेबंदी लागू कर दी। इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने इजरायल के ‘स्वयं की रक्षा’ के अधिकार का समर्थन करते हुए विश्व समुदाय के नेताओं से गाजा में तनाव कम करने के प्रयास की अपील की है। जर्मनी के विदेश मंत्री गुइडो वेस्टरवेल्ले ने भी संघर्ष रोकने का आह्वान किया है। हालांकि, तुर्की के प्रधानमंत्री रेसेप तैय्यप इर्डोगैन ने इजरायल पर गाजा में आतंकी कार्रवाई करने और लोगों की मौत पर पश्चिमी देशों पर आंख बंद करने का आरोप लगाया है।

error: Content is protected !!