*विश्व पटल पर अजमेर लेखिका मंच की रही शानदार प्रस्तुति*

विश्व हिन्दी सचिवालय शिक्षा, तृतीयक शिक्षा, विज्ञान एवं भारतीय उच्चायोग के तत्वाधान में एक दिवसीय हिन्दी गीत व ग़ज़ल विषयक अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी विश्व हिन्दी सचिवालय के फेनिक्स स्थित सभागार में सम्पन्न हुई।इस अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में अजमेर लेखिका मंच की 11 रचनाकारों की प्रस्तुतिमय सहभागिता रही। कार्यक्रम में अध्यक्ष की भूमिका में विश्व हिन्दी सचिवालय, मॉरीशस के उपमहासचिव डॉ. शुभंकर मिश्र रहे।कार्यक्रम में भारतीय उच्चायोग के उप उच्चायुक्त श्री विमर्श आर्यन, औद्योगिक विकास एस. एम. ई. सहकारिता मंत्री सुश्री नवीना रामयाद,कला एवं सांस्कृतिक धरोहर मंत्री श्री अविनाश तिलक ,शिक्षा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के स्थायी सचिव श्री युधिष्ठिर मनबोध, संसदीय निजी सचिव श्री विकास नकचेदी एवं संसदीय निजी सचिव (मॉरीशस) श्रीमती सुभाषिणी लछमण रॉय उपस्थित रहे।इस सम्पूर्ण अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम की सूत्रधार विश्व हिन्दी सचिवालय की महासचिव डॉ. माधुरी रामधारी रहीं।मंच संचालन श्री प्रकाशवीर, संपादक ,विश्व हिन्दी सचिवालय और डॉ .मधु खंडेलवाल ,संस्थापक, अजमेर लेखिका मंच द्वारा किया गया।इस विश्व स्तरीय कार्यक्रम में देश -विदेश के रचनाकारों ने अपनी प्रस्तुतियाँ दी।फिज़ी ,कजाकिस्तान और फ्रांस के साथ ही गायतां रैनाल स्टेट कॉलेज (मॉरीशस),शुभलग्न संगीत मंडली (मॉरीशस) एवं स्वर साक्षी फाउंडेशन ,मुम्बई की भी प्रस्तुतियाँ शानदार रही।अजमेर लेखिका मंच द्वारा स्वरचित
ग़ज़लों और समूह गीत की शानदार प्रस्तुति ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।डॉ. मधु खंडेलवाल ‘मधुर’ ने अपनी ग़ज़ल ‘वफ़ा किये जा न हो परेशां मिलेंगे इनाम धीरे-धीरे’ सुनाकर दर्शकों की वाहवाही लूटी।पायल गुप्ता ‘पहल’ ने अपनी ग़ज़ल ‘आरज़ू है तुम्हारा नज़ारा करें ‘ सुनाकर श्रोताओं को आनंदित कर दिया।डॉ. अंजू अग्रवाल ‘लखनवी’ ने अपनी ग़ज़ल ‘ थोड़ा दिल के कहे पर जो चलने लगे हैं ‘ से श्रोताओं को ताली बजाने पर मजबूर कर दिया।
समूह गीत ‘जीते हैं चल’ में डॉ. मधु खंडेलवाल, डॉ. नंदिता रवि चौहान, डॉ. सुनीता पचौरी ,सुनीता जैन , शालिनी अग्रवाल और डॉ.अनुपमा वर्मा सम्मिलित रहे।साथ ही साथ पुष्पा क्षेत्रपाल ,दीपशिखा क्षेत्रपाल, डॉ.अंजू अग्रवाल, पायल गुप्ता ,शालिनी अग्रवाल व सुनीता मित्तल ‘ द्वारा रहे न रहे हम ‘ गीत की शानदार सामूहिक प्रस्तुति ने कार्यक्रम को ऊँचाइयाँ प्रदान की। खचाखच भरे सभागार में अजमेर लेखिका मंच की सभी रचनाकारों को प्रमाण पत्र व भेंट देकर सम्मानित किया गया।भारत के लिए ये गौरव के पल रहे जब विश्व हिन्दी सचिवालय के मंच पर अजमेर लेखिका मंच की सदस्याओं द्वारा दी गई प्रस्तुतियों ने भारत का नेतृत्व किया एवम गीत ग़ज़ल के क्षेत्र में सराहनीय योगदान दिया।अजमेर लेखिका मंच के लिए 29 मई 2024 से 3 जून 2024 तक आवास, भोजन एवम परिवहन की सम्पूर्ण व्यवस्था विश्व हिन्दी सचिवालय ,मॉरीशस द्वारा की गई ।सचिवालय की महासचिव डॉ. माधुरी रामधारी ने अजमेर लेखिका मंच एवम सामाजिक सेवा संस्थान से भविष्य में प्रतिनिधित्व के लिए आग्रह करते हुए बेहतरीन प्रस्तुति की भूरि -भूरि प्रशंसा की।
अगले दिन 31 मई को मोका( मॉरीशस) स्थित महात्मा गांधी संस्थान के सुब्रमण्या भारती सभागार में आयोजित कार्यक्रम में अजमेर लेखिका मंच की सक्रिय सहभागिता रही। कार्यक्रम में कविताओं और समूह गीत की प्रस्तुति ने श्रोताओं को आनंदित कर दिया ।शालिनी अग्रवाल ‘चकोर’ की स्वरचित काव्यात्मक प्रस्तुति ने सभी श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया ।डॉ.अनुपमा वर्मा ने अपनी कविता से सभी श्रोताओं को बांधे रखा।समूह गीत ‘तू प्यार का सागर है ‘ से अजमेर लेखिका मंच की उपस्थित सभी रचनाकारों ने शानदार प्रस्तुति देकर मॉरीशस में अपनी अमिट छाप छोड़ी।

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