सरबजीत को मौत के चंगुल से छुड़ाने की एक और कोशिश

sabarjeetलाहौर। पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय कैदी सरबजीत सिंह ने नई दया याचिका पर हस्ताक्षर कर दिए हैं, जिसे राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के पास भेजा जाएगा। उसे पाकिस्तान में 1990 में हुए विस्फोटों को लेकर मौत की सजा सुनाई गई है। विस्फोटों में 14 लोग मारे गए थे।

सरबजीत के वकील ओवैस शेख ने बताया कि सरबजीत की यह याचिका पाकिस्तान की जनता और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को संयुक्त रूप से संबोधित है। उन्होंने कहा, ‘मैंने गुरुवार को कोट लखपत जेल में सरबजीत से मुलाकात की थी और उन्हें ‘सरबजीत सिंह – ए मिस्टेकन आइडेंटिटी’ नामक किताब भी भेंट की।’ यह किताब अवैसी ने ही लिखी है। गौरतलब है कि सरबजीत की दया याचिका अदालत द्वारा खारिज की जा चुकी है। इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने भी सरबजीत की याचिका को खारिज कर दिया था। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की सरकार ने सरबजीत की फांसी की सजा को वर्ष 2008 में अनिश्चित समय के लिए टाल दिया था।

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