तालिबान ने लुटेरों के हाथ-पैर काटे

talibani-cut-robbers-hand-and-legकाबुल। पश्चिमी हेरात प्रांत के एक अस्पताल में पिछले सात दिनों से जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहे दो तालिबान पीड़ितों की दयनीय दशा देखकर अस्पताल प्रशासन भी सन्न है। न्याय के नाम पर बर्बरता करने वाले तालिबान ने दोनों का एक हाथ और एक पैर काट डाला है।

इससे पहले भी तालिबान द्वारा पुरुषों को जान से मार देने और महिलाओं को पत्थर मारने की अनेक घटनाएं सामने आ चुकी हैं, लेकिन इस तरह की क्रूरता पहली बार सामने आई है।

तालिबान के मुताबिक कथित तौर पर लूटपाट करने के आरोप में दोनों को यह सजा दी गई है। तालिबान की वेबसाइट पर जारी एक बयान में इस भयावह कृत्य की जिम्मेदारी ली गई है। बयान में कहा गया है कि अफगानिस्तान की इस्लामिक अमीरात ने हेरात से दो लुटेरों को गिरफ्तार किया था और उन्हें इस्लामी कानून के मुताबिक दंड दिया।

तालिबान के मुताबिक जरीन और फैज मुहम्मद आपराधिक मामलों से जुड़े रहे हैं। वे अक्सर राहगीरों को लूटते थे। पकड़े जाने के बाद दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया था, जिसके बाद उन्हें शरिया कानून के तहत दंडित किया गया। सजा के तहत उनका दायां हाथ और बायां पैर काटकर न्याय किया गया।

वहीं दूसरी ओर पीड़ितों का कहना है कि विदेशियों की मदद करने के चलते उनका यह हाल किया गया है। हालांकि दोनों की हालत स्थिर है लेकिन उन्हें देखकर अस्पताल के बाकी मरीज भी सकते में हैं।

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