वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने स्वीकार किया है कि बीते एक दशक में दक्षिण एशियाई अमेरिकियों खास तौर पर हिंदू, मुसलमानों व सिखों के खिलाफ देश में घृणा अपराध बढ़े हैं। उन्होंने यह बात एशियन अमेरिकन एंड पैसिफिक आइसलैंडर (एएपीआइ) धरोहर माह के तौर पर मनाए जाने की घोषणा करते हुए कही।
उनकी यह टिप्पणी अमेरिका में हाल में कई घृणा अपराध मामलों के सामने आने के बाद आई है। इसमें पिछले साल पांच अगस्त को विस्कांसिन में एक गुरुद्वारे पर हुआ हमला भी शामिल है, जिसमें छह सिखों की मौत हो गई थी।
ओबामा के मुताबिक, बीते एक दशक में दक्षिण एशियाई अमेरिकियों खास तौर पर हिंदू, मुसलमान व सिखों को अपने रंग या धर्म के कारण निरर्थक हिंसा और संदेह का सामना करना पड़ा। साथ ही, कहा कि दृढ़ संकल्प व आशा के साथ दक्षिण एशियाई अमेरिकी और प्रशांत द्वीपवासी मुश्किलों का सामना करते हुए चिकित्सा से लेकर कारोबार तक अपने क्षेत्रों के शीर्ष पर पहुंचे। अमेरिका इस साल नागरिक दायित्व अधिनियम की 25वीं वर्षगांठ मना रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अब भी कई एएपीआइ परिवारों को स्वास्थ्य, शिक्षा व रोजगार के क्षेत्र में विसंगतियों का सामना करना पड़ रहा है। मगर उनका प्रशासन इन विसंगतियों पर गौर करने के लिए प्रतिबद्ध है।