पाकिस्तान: मतदाताओं की सुरक्षा के लिए सेना ने कमर कसी

Pakistan military, protect votersइस्लामाबाद। पाकिस्तान की सेना 11 मई को होने वाले चुनाव के मद्देनजर मतदाताओं की सुरक्षा के लिए हजारों सैनिकों की तैनाती करेगी। सेना ने यह निर्णय तालिबान के बढ़ते हमलों के मद्देनजर लिया है। देश में चुनाव की घोषणा होने के बाद से अब तक हुए आतंकी हमलों में 100 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। हमले चुनावी रैलियों को निशाना बनाकर किए गए थे।

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हिंसा के बीच पाकिस्तान के लिए यह चुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि देश के इतिहास में पहली बार एक चुनी हुई सरकार अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद दूसरी निर्वाचित सरकार को सत्ता का हस्तांतरण करेगी।

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इससे पहले की सरकारें राजनीतिक कारणों या सेना द्वारा सत्ता से बेदखल किए जाने के कारण अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पायीं थी। तालिबान ने इन चुनावों को गैर इस्लामिक घोषित करते हुए चुनाव में बाधा डालने की धमकी दे रखी है।

सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल असीम बाजवा ने बताया कि 32 हजार सैनिकों समेत 3 लाख सुरक्षाबलों को सबसे अधिक आबादी वाले पंजाब प्रांत में तैनात किया जाएगा। असीम ने कहा कि तालिबान की धमकी से निपटने के लिए कारगर योजना बनाई गई है। 96 हजार अन्य सुरक्षाबलों को तालिबान के मजबूत गढ़ पश्चिमोत्तर में तैनात किया जाएगा।

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