बोल्ट ने कायम रखी बादशाहत

लंदन। दुनिया के सबसे तेज धावक और तीन बार के ओलंपिक चैंपियन जमैका के उसेन बोल्ट ने सौ मीटर फर्राटा रेस में अपनी बादशाहत कायम रखते हुए लंदन ओलंपिक में 9.63 सेकेंड का समय निकाल कर अपना खिताब बरकरार रखा। बोल्ट ने अपने कड़े प्रतिद्वंद्वी व हमवतन योहान ब्लैक को हराया।

बोल्ट ने सौ मीटर फर्राटा में अपना दूसरा बेहतर समय और ओलंपिक रिकॉर्ड कायम करते हुए लगातार दूसरी बार ओलंपिक में स्वर्ण जीता। बोल्ट का सौ मीटर में विश्व रिकॉर्ड 9.58 सेकेंड है जिसे उन्होंने 2009 में जर्मनी की राजधानी बर्लिन में बनाया था। ब्लैक 9.75 सेकेंड का समय निकाल कर दूसरे स्थान पर रहे और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा। हालांकि ब्लैक ओलंपिक क्वालीफायर में बोल्ट को हराया था। बोल्ट ने चार साल पूर्व बीजिंग में 9.69 सेकेंड में समय निकाला था और इसके बाद 2009 में बर्लिन में 9.58 सेकेंड का समय निकालकर विश्व कीर्तिमान बनाया था।

2004 में एथेंस ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले जस्टिन गैटलिन ने 9.79 सेकेंड का समय निकाल कर तीसरे स्थान पर रहते हुए कांस्य पदक पर कब्जा जमाया। जबकि 2007 के विश्व चैंपियन टाइसन गे सेकेंड के सौवें हिस्से से पिछड़ते हुए 9.80 सेकेंड के साथ चौथे स्थान पर रहे। रेस जीतने के बाद उत्साहित बोल्ट ने कहा कि ट्रैक पर भले मैंने अपने आप से कहा कि लोग भले ही बात करें लेकिन मेरे लिए चैंपियनशिप का मतलब दौड़ है और मैंने यह कर दिखाया। ये शानदार जीत है मुझे पता था कि दर्शकों को मजा आएगा। मैं रेस जीतकर बहुत खुश हूं।

वर्ष 2011 में बोल्ट ने विश्व चैंपियनशिप में गलत शुरुआत के कारण अयोग्य करार दे दिए गए जिससे उन्होंने खिताब गंवा दिया था। बोल्ट ओलंपिक में इस मुकाबले को लेकर खासे चिंतित थे लेकिन कोच की सलाह उनके काम आई जिन्होंने शुरुआत के बारे में चिंता न करने की सलाह दी थी। 80 हजार दर्शकों के बीच बोल्ट ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन किया और जोरदार मुकाबले में कड़े प्रतिद्वंद्वी को ब्लैक को हराया। बोल्ट ने बीजिंग में तीन ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता था। इस बार बोल्ट के पास दो सौ मीटर और चार गुणा सौ मीटर रिले में भी खिताब बचाने का मौका है। खुद को सौ फीसदी अनफिट कहने वाले बोल्ट के लिए यह जीत बहुत सुखद है।

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