कुवैत सिटी। कुवैत में दस वर्ष से कम उम्र के 17 लड़के-लड़कियों के साथ दुष्कर्म के आरोपी मिस्र के एक नागरिक को फांसी दे दी गई। इसके अलावा एशियाई मूल के एक दंपति को जिंदा जलाए जाने के दोषी मिस्र के ही एक अन्य नागरिक अहमद अब्दुलसलाम अल बेलादी को भी मंगलवार को फांसी दे दी गई।
प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक बच्चों के साथ दरिंदगी के मामले में दोषी ठहराए गए हजाज सादी ने फांसी पर लटकाए जाने से पहले शिकायत की कि मिस्र सरकार ने उसकी कोई मदद नहीं की। अधिकारियों ने बताया कि सादी ने 17 नाबालिगों के साथ दुष्कर्म का गुनाह स्वीकार किया था। अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को खारिज करने वाले सादी का कहना था कि उसने दबाव में जुर्म कुबूल किया था। सादी को जुलाई 2007 में कुवैत की पुलिस ने हवाई अड्डे से उस वक्त गिरफ्तार किया था जब वह मिस्र भागने की तैयारी में था। बच्चों के साथ दरिंदगी की इस घटना ने पूरे कुवैत को हिला कर रख दिया था।