अपराधियों की मौज और आमजन में खौफ ! !

manoj joshiफ़िल्मी तरीके से कुख्यात अपराधी का फरार होना पुलिस की कार्यप्रणाली पर संदेह उत्पन्न करता है ! घटना की प्रथम सुचना भी गृहमंत्री की जगह स्थानीय विधायक मंत्री तक पहुंचना भी पुलिस व प्रशासन के सुचना प्रोटोकोल की गंभीर खामी, गृहमंत्री को नजरअंदाज करना तथा किसी गहरे षड्यंत्र को इंगित करता है।
समय सीमा में इस घटना की जांच हो, अपराधी पुनः पकड़ा जाए और जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी राजकीय सेवा से बर्खास्त हो, उन पर अपराधिक मुकदमा चले तभी जनता में शासन के प्रति विश्वास उत्पन्न होगा।
यह भी सामने आना चाहिए कि कौन मंत्री था जो इस अपराधी से जेल में मिला था, मुख्यमंत्री को उससे स्तीफा लेना चाहिए और पुलिस उस विधायक मंत्री से पूछे कि वो क्यों ऐसे अपराधी से जेल में मिला, उनके बीच क्या बातचीत हुई ?
शासन में पारदर्शिता के लिए यह नितांत आवश्यक है – अपराधी में खौफ और आम जन में विश्वास स्थापना शासन का काम है।
मनोज जोशी की फेसबुक वाल से साभार

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