भाजपा के पास जो पैसा था उसने आज दिन में ही अपने पैसों को 2000 रूपये में कन्वर्ट करा लिया होगा, जबकि अन्य राजनीतिक दल जिनके पास चुनाव के लिए घोषित या अघोषित पैसा था वो जमा नहीं करा पाए होगें और ना ही अब करा पाएगें।
जबकि इनके सामने पांच राज्यों में चुनाव है।
क्योंकि सरकार ने 2000 के नोट पहले ही जारी कर दिए थे और भाजपा को सूचित कर दिया होगा कि सरकार ऐसा करने जा रही है जिससे भाजपा समय रहते ही अपने अघोषित पैसे को 2000 रूपये में कन्वर्ट करा ले।
जबकि पांच सौ के नोट अभी तक जारी नहीं हुए हैं वो 10 नवंबर के बाद जारी होगें। अगर सरकार की नीयत सही होती तो 2000 के नोट भी 10 नवंबर से जारी करती।
फिर आगामी दो दिन बैंक भी बंद रहेगें।
ये तथ्य मेरी आशंका की पुष्टि करते हैं।
ये आगामी पांच राज्यों में चुनाव को देखते हुए राजनीतिक रूप से भी बेहद खतरनाक कदम है।
ये आर्थिक आपातकाल है।।
अगर मेरी आशंका निर्मूल है तो यह एक साहसिक कदम है।।

अपनों का इतना ख्याल तो रखना ही पडता है