सुरेंद्र सिंह शेखावत अजमेर लोकसभा उपचुनाव के लिये बहुत ही सीरियस उम्मीदवार हैं , और अपनी पिछली क्ई हारों का एक साथ बदला लेना चाह रहे हैं ,नगर निगम चुनाव मैं जो उनको समर्थन मिला था उससे वह बहुत ही उत्साहित हैं , महापौर पद की लाटरी में वो दुर्भाग्य से पिट गये और बाद में उन्होंने केस में भाई धमेंद्र गहलोत से आदरणीय चंपा लाल जी महाराज साहब की प्रेरणा से राजीनामा भी कर लिया और अपील भी नहीं की क्योंकि उस समय उनके पास इसके सिवाय उनके पास कोई चारा भी नहीं था , कांग्रेस भी उनको उस समय कोई तवज्जो नहीं दे रही थी क्योंकि अजमेर जिले के कांग्रेसी नेताओं को लाला बन्ना के कांग्रेस मे आने से अपना भविष्य भी खतरे मे पडता नजर आ रहा था तो वो भी लाला बन्ना की पूरी कार सेवा कर रहे थे , उन्हें पता था की लाला बन्ना अपने हसमुख स्वभाव और मिलन सारिता से उनसे कांग्रेस में बहुत भारी पढेंगे क्योंकि लाला बन्ना सही मायनो में कांग्रेस कल्चर के आदमी हैं जो गलती से भाजपा में चले गये क्योंकि वो R S S की पंसद नहीं हैं , लाला बन्ना ऐसे मे क्या कर सकते थे तो उन्होंने भारी मनसे राजीनामा करना ही ठीक समझा ,अब राजीनामे के बाद कोई आरोप प्रत्यारोप भी नहीं लगा सकते हैं ,
अब देखना यह की लाला बन्ना किस पार्टी से चुनाव लडने का मन बनाते हैं क्योंकि दोनों ही पार्टियां अभी असमंजस की स्थिति मे हैं , तीन महीने बाद चुनाव होगा तब तक कई समीकरण बदलेंगे और पता नहीं तब तक श्रद्धांजली भी कायम रहे या नहीं रहे , क्योंकि 36 कोमों का महौल देखना पडेगा की उनमें श्रद्धांजलि का कितना असर है ,
लाला बन्ना पंडितों , ज्योतिषयों , बाबाओं मे , तंत्र मंत्र साधना मैं बहुत विश्वास रखते हैं ,उनको एक प्रकांड पंडित ने उनका राजनीति भविष्य उज्जवल बताया था और कहा था कि आपके घर का वास्तु शास्त्र अनुकूल नहीं है जब तक घर की छतें सीधी नहीं होगीं तब तक राज योग नहीं है , अब तो लाला बन्ना ने घर भी तुडवा लिया है उस वास्तु शास्त्री के कहे अनुसार छतें भी सीधी करवा रहे हैं तो ऐसा लगता है कि लोकसभा उपचुनाव की तैयारियां जोर शोर पर हैं,
*आपका अपना राजेश टंडन वकील अजमेर*
Lala BANA ke chahne walo Ki Kami nahi hai wo
Prabhavit Kar sak
te hai
Bhanwar singh palara will be the first preferred person instead of lala bnna