तो इंडिया टुडे को छिप-छिपा कर पढऩा होगा

राजनीति सहित अन्य क्षेत्रों पर सटीक न्यूज आइटम के लिए सर्वाधिक पढ़ी जाने वाल मैगजीन इंडिया टुडे के सैक्स स्टोरीज वाले ताजा अंक को लेकर कानाफूसी होने लगी है। फेसबुक पर किन्हीं स्पनिल जैन के फेसबुक अकाउंट पर की गई त्वरित टिप्पणी को उठाने हुए भड़ास 4 मीडिया में तो लिखा गया है कि, अगर इंडिया टुडे का यही हाल रहा तो इस मैगजीन को लोगों को छिप-छिपा कर पढऩा पड़ेगा। असल में इसका कवर पेज इतना बेहूदा है कि उसे देख कर ऐसा प्रतीत होता है कि डेबोनियर और इंडिया टुडे में क्या फर्क रह गया है। ज्ञातव्य है कि इंडिया टुडे की बड़ी प्रतिष्ठा रही है और उसके न्यूज आइटम बुद्धिजीवियों में चर्चा का विषय रहा करते हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि ऐसी उच्च स्तरीय मैगजीन भी बाजारू प्रतिस्पद्र्धा का शिकार हो गई है।

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