क्‍यों मुंह छुपाकर भागे लखनऊ के डीआईजी नवनीत सिकेरा!

इलाहाबाद : अभी कुंभ में अपनों को खो चुके लोगों का दर्द कम भी नहीं हुआ कि मेला में व्‍याप्‍त अव्‍यवस्‍था सामने आ गई. इसमें ना केवल हाई कोर्ट के आदेश की धज्जियां उड़ाई गई बल्कि अपनी ताकत का नमूना भी दिखाया गया. आदेश की धज्जियां उड़ाने वाला कोई आम नहीं बल्कि वो आदमी था, जिस पर कानून के रखवाली का जिम्‍मा है. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आदेश दिया था कि शाही स्नान के दिन वीआईपी घाट पर कोई वीआईपी स्नान नहीं होगा. ना ही कोई वीआईपी गाड़ी वहां पहुंचेगी, इसके बावजूद आखिरी शाही स्नान के मौके पर कुंभ में डीजी (बीएसएफ) के साथ लखनऊ रेंज के डीआईजी नवनीत सिकेरा भी दिखे. नवनीत सिकेरा तो बाकायदा मुंह ढककर कुंभ के वीआईपी क्षेत्र में पहुंचे थे लेकिन कैमरे को देखते ही चेहरा छुपाकर जाने लगे.

जब उनसे हाई कोर्ट के आदेश के बारे में पूछा गया तो उन्‍होंने कहा कि इस आदेश के बारे में उन्‍हें पता नहीं था. हालांकि इसके बाद वे अपनी गाड़ी में बैठ कर चले गए. उनसे पहले कुंभ के वीआईपी क्षेत्र में डीजी (बीएसएफ) अपने परिवार के साथ पहुंचे थे. इस पूरे मामले पर मेला क्षेत्र के एसएसपी आरकेएस राठौर ने सफाई दी कि अगर डीजी बीएसएफ मेले में अपने जवानों का हौंसला बढ़ाने अपने परिवार के साथ पहुंचते हैं तो इसमें कुछ गलत नहीं है.

एडीजी ला एंड आर्डर अरुण कुमार ने पहले ही साफ कर दिया था कि हाई कोर्ट के आदेश का जो भी उल्लंघन करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. यूपी सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री और कुंभ मेला प्रभारी मंत्री आजम खान ने कहा है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी वीआईपी स्नान कैसे कराए जा रहे हैं? इसके जांच के आदेश दे दिए गए हैं. समाजवादी पार्टी के महासचिव रामआसरे कुशवाहा का कहना है कि राज्य सरकार इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेशों का सख्ती से अमल कराने पर डटी हुई है. हालांकि इन दो घटनाओं से सरकार के व्‍यवस्‍था की पोल खुलने के साथ ही अधिकारियों के बेलगाम होने की बात भी साफ हो गई है. भडास फोर मीडिया से साभार

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