तिरुवनंतपुरम, 9 मार्च (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव को लेकर केरल में राजनीतिक पाला बदल का सिलसिला शुरू हो गया है। करीब 40 वर्षो तक वाम मोर्चा का घटक रहने वाली रेव्यूलिशनरी सोसलिस्ट पार्टी (आरएसपी) ने वामो को अलविदा कहने की ठान ली है और कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रि मोर्चा (यूडीएफ) में शामिल होने का फैसला ले लिया है। कांग्रेस हालांकि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की दोस्त झटकने का उत्सव नहीं मना पा रही है। राज्य में वामो का नेतृत्व माकपा करती है।
मार्क्सवादियों ने रक्षा मंत्री ए. के. एंटनी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष वी. एम. सुधीरन के विश्वासपात्र फिलिपोस थॉमस को फोड़ लिया है। थामस को पतनमतिट्टा से लोकसभा चुनाव में वाम मोर्चा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी बनाया गया है। 15 वर्ष तक थॉमस पतनमतिट्टा जिला कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। कांग्रेस ने उन्हें विधानसभा में तीन बार प्रत्याशी बनाया, लेकिन वे एक बार भी जीत नहीं सके। थॉमस ने अपना प्रचार शुरू कर दिया है और वामपंथियों के परंपरागत लाल रंग में रंगे नजर आ रहे हैं। माकपा ने कांग्रेस को दूसरा झटका देते हुए मलाप्पुरम में पोन्नानी नगरपालिका के पूर्व उपाध्यक्ष और कांग्रेस नेता वी. अबदुर्रहमान को प्रत्याशी बनाया है। मलाप्पुरम इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) का गढ़ माना जाता है। यूडीएफ में आईयूएमएल दूसरा बड़ा घटक है।