आज़म खां पर चुनाव आयोग द्वारा प्रतिबन्ध की कड़ी आलोचना

aazam khanएक प्रेस वार्ता में समाजवादी पार्टी के राज्य सभा सदस्य श्री मुनव्वर सलीम ने निर्वाचन आयोग द्वारा उत्तर प्रदेश के वज़ीरे काबीना और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव मो0 आज़म खां के सम्बोधन के अधिकार पर चुनाव आयोग द्वारा जारी प्रतिबन्ध की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने इस प्रतिबन्ध को संविधान के अनुच्छेद 19 में निहित अभिव्यक्ति के अधिकार का खुला उल्लंघन बताया है। उन्होंने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 324 में दिये गये अधिकारों को निर्वाचन आयोग द्वारा संविधान के अनुच्छेद 14 के नियमों की परिधि में रहते हुए ही प्रयोग किया जा सकता है जिसके अनुसार कोई भी आदेश पारित करते समय नैसर्गिक न्याय तथा न्यायपूर्ण व्यवहार के मौलिक सिद्धांतों का पालन आवश्यक है जिसके उल्लंघन पर शीर्ष अदालत द्वारा निष्पादित निर्णय की रोशनी में संवैधानिक अदालतों में चुनौती दी जा सकती है। संवेदनशील विषयों पर निर्णय लेते हुए संवैधानिक संस्थाओं को अपने आदेशों को मनमाना और पक्षपाती होने के दोष और आरोप से मुक्त रखना चाहिए।
देश में जिस प्रकार चुनाव आयोग की मंशा के खिलाफ नेताओं के बयानात सुने जा रहे है जैसे कि केंद्रीय मंत्री अजीत सिंह साहब ,केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा साहब, केंद्रीय मंत्री शरद पवार साहब, भाजपा नेता नरेंद्र मोदी, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ,बिहार भाजपा नेता गिरिराज सिंह , शिवसेना नेता कदम,रामदेव सहित दर्जनों नेता है ! इसके बाद भी चुनाव आयोग द्वारा इनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही न किये जाने से हिन्दुस्तान की बड़ी धर्मनिरपेक्ष आबादी अपने आपको आहत महसूस कर रही है !
चैधरी मुनव्वर सलीम ने कहा कि जनाब मो.आजम खान साहब ने कारगिल विजय का इतिहास ब्यान करते हुए मुस्लिम सैनिकों की शहादत की जिस प्रकार चर्चा की है उस भावना से यह साफ प्रतीत होता है कि श्री मो.आजम खान साहब देश को यह बताना चाहते है कि देश की रक्षा, देश की आजादी और देश के निर्माण में मुसलामानों की भी ऐतिहासिक भूमिका रही है !
हम इस संदर्भ में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय मुलायम सिंह यादव साहब के उस कथन की भी प्रशंसा करते हैं जो उन्होंने अपने ई.टी.वी. के साक्षात्कार में बेबाकी से ब्यान करते हुए कहा कि कारगिल युद्ध में मुसलमान की ऐतिहासिक भूमिका थी इसलिए जो आजम साहब का कथन है वह सत्य है !
इस सिलसिले में मशावरती काउन्सिल के साथियों ने अपने लोकतान्त्रिक अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए दिनांक 03 मई 2014 को सुबह 11 बजे स्थान जंतर मंतर दिल्ली पर धरने का आयोजन किया है ! जिसके माध्यम से भारत सरकार के चुनाव आयोग को जन भावनाओं से अवगत कराया जायेगा !

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