सांसदों से पैर न छूने का आग्रह किया मोदी ने

modiनई दिल्ली / बीजेपी संसदीय दल की पहली मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसदों को हिदायत दी कि वे सदन में बोलने से पहले पूरी तैयारी करके आएं और उनके समेत किसी सीनियर नेता के पांव न छुएं। उन्होंने नेताओं को खूब मेहनत करने की सलाह देते हुए कहा कि पार्टी के हालिया प्रदर्शन पर आत्ममुग्ध होने से भी बचें। मोदी जब सांसदों को संबोधित कर रहे थे तो पार्टी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह और वित्त मंत्री अरुण जेटली भी उनके साथ मंच पर मौजूद थे। मोदी ने अपनी पार्टी के सांसदों से कहा कि वे जमीनी स्तर पर जुड़े रहें और पार्टी के प्रदर्शन पर किसी आत्मसंतोष का ग्रहण नहीं लगने दें। सांसदों को स्पष्ट संदेश देते हुए मोदी ने कहा कि बीजेपी अब विपक्ष में नहीं है, जमीनी स्तर पर सरकार का संदेश ले जाने और उसके कार्यक्रमों को सामने रखने की बीजेपी सांसदों पर बड़ी जिम्मेदारी है।
संसद के केंद्रीय कक्ष में 20 मिनट के अपने भाषण में मोदी ने सांसदों से कहा कि वे जमीनी स्तर पर जनता से संपर्क में रहे। पीएम ने सांसदों से कहा कि वे सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने में मदद करें और संसद की गरिमा को कायम रखते हुए सभी सत्रों में पूरी तरह से उपस्थित रहें।सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने सांसदों से यह भी कहा कि वे पार्टी के प्रवक्ता के रूप में मीडिया से बात ना करें बल्कि मीडिया के सामने अपने संसदीय क्षेत्र के मुद्दे उठाएं। उन्होंने सांसदों से आग्रह किया कि वे संसद की चर्चाओं में शामिल होने से पहले जानकारी के साथ आएं और अपना होमवर्क ठीक से करें। मोदी ने कहा कि चर्चाओं के दौरान उपस्थित रहने से सांसदों को विभिन्न मुद्दों पर सीखने को मिलेगा।
बीजेपी के सीनियर नेता लालकृष्ण आडवाणी ने भी बीजेपी सांसदों से कहा कि वे आम आदमी के कल्याण के लिए काम करना जारी रखें और जो कुछ मिला है, उसे और मजबूत करें क्योंकि पार्टी सिर्फ दो सांसदों से लेकर अब 2014 के लोकसभा चुनावों में 282 सांसदों की मजबूत ताकत बन चुकी है और उसके पास अपने दम पर बहुमत है। बीजेपी अध्यक्ष एवं गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी पार्टी के नए सांसदों का स्वागत करते हुए कहा कि वे पार्टी की आगे सफलता के लिए कड़ी मेहनत करें और आम आदमी की भलाई के लिए काम करें।

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