प्रशिक्षण की भट्टी में तप कर निखरे स्वयंसेवक

DSC_0678-डॉ. लक्ष्मी नारायण वैष्णव- दमोह / जब सूरज की गर्मी से निकलने वाली आग सूनामी के रूप में पृथ्वी के तापमान को लगातार बढाते हुये अपने पूर्व के समस्त रिकार्डों को ध्वस्त करने में स्वयं लगी हो। जब आसमान तो क्या इस धरा की गलियां भी सूनसान दिखलायी दे रही हों और मनुष्य तो क्या पशु पक्षी भी अपने जीवन को बचाने के लिये शीतल जल एवं छांव में उसमें शरण लिये समय व्यतीत कर रहे हों तो एैसी विपरीत परिस्थिति में भी अपने प्रशिक्षण देने और लेने के क्रम को समय सीमा प्रतिदिन पूर्ण करना राष्ट्र के प्रति दीवानगी नहीं तो और क्या कही जायेगी?ज्ञात हो कि नगर का तापमान इस समय 48 डिग्री को छू चुका है वह लगातार आगे बढने को आतुर दिखलायी दे रहा है। वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संघ शिक्षा वर्ग प्रथम बर्ष में महाकौशल प्रांत के 14 जिलों से बडी संख्या में आये हुये स्वयंसेवक प्रतिदिन ब्रम्हमुर्हुत में उठकर देर रात्रि तक प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। जो कि वर्ग स्थल पर ही रहकर पूर्ण अनुशासन के साथ समस्त नियमों का पालन करते हुये प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं। विदित हो कि इन स्वयंसेवकों को वर्ग के परिसर से बाहर निकलने,मोबाईल,टेलीफोन तथा किसी से भी बिना अनुमति मिलने,बात करने की अनुमति नहीं होती है। शिक्षकों का कार्य होता है राष्ट्रोत्थान के संकल्प को पूरा करने वाले स्वयंसेवकों को तैयार करना यानि व्यक्ति निर्माण करना और प्रशिक्षण प्राप्त करने आये स्वयंसेवकों का निर्धारित समय में पूर्ण अनुशासन में रहकर पाठयक्रम को पूरा करना। शिक्षक हो या प्रशिक्षण प्राप्त करने वाला स्वयंसेवक या अधिकारी सब अपना कार्य स्वयं करते हैं। यहां प्राप्त होने वाले भोजन से लेकर आवास व्यवस्था में होने वाले व्यय को भी स्वयंसेवक स्वयं वहन करते हैं। अपना बिस्तर,थाली,लोटा,ग्लिास एवं अन्य नित्य उपयोगी वस्तुयें स्वयं लेकर आते हैं। महाकौशल प्रांत में हाल ही मे सम्पन्न हुये संकल्प महाशिविर के पश्चात् संघ अपने संकल्प अपने कार्य को प्रत्येक मंडल,ग्राम-ग्राम तक पहुंचाने की योजना पर कार्य कर रहा है। दृढीकरण एवं सामाजिक ताने वाने को सुदृढ करने,हिन्दुत्व एवं राष्ट्रीयता के भाव को पुष्ट करने लगातार कार्य कर रहा है।
संघ शिक्षा वर्ग-
ज्ञात हो कि भगवान वक्रतुण्ड की आराधना के साथ संघ शिक्षा वर्ग के 21 दिनों तक चलने वाले उक्त प्रशिक्षिण का शुभारंभ हुआ था उद्घाटन महाकौशल प्रांत प्रचारक राजकुमार मटाले ने किया जबकि प्रांत के संघ चालक प्रशांत सिंह एवं विभाग कार्यवाह रामलाल जी ने की थी वर्ग स्थान पर एक विशाल प्रेरणादायी प्रर्दशनी का आयोजन भी किया गया था जिसमें देश के गौरवशाली इतिहास के साथ देश की आंतरिक एवं बाह्य समस्याओं के साथ ही अनेक विषयों को समाहित किया गया है। उक्त प्रर्दशनी का उद्घाटन अखिल भारतीय अधिकारी माननीय मधुभाई ने दीप प्रज्जवल एवं भारत माता,डा.हेडगेवार एवं श्री गुरूजी के चित्र पर माल्यापर्ण कर शुभारंभ किया था वहीं सहभागिता वर्ग अधिकारी रविन्द्र श्रीवास्तव एवं वर्ग कार्यवाह कैलाशनाथ द्वारा की गयी थी। उक्त प्रदर्शनी एवं वर्ग दर्शन के लिये समाज के विभिन्न वर्ग के लोगों को अलग-अलग दिन निर्धारित किये गये थे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित करने तथा व्यक्ति निर्माण के लिये प्रशिक्षण आयोजित करता रहता है। जिसको संघ शिक्षा वर्ग का नाम दिया गया है। जिसको प्रथम,द्वितीय एवं तृतीय बर्ष का नाम दिया गया है वैसे तो प्राथमिक,दक्षता,नेपुण्य वर्गों का आयोजन भी होता रहता है। उक्त वर्ग में स्वयंसेवकों को मानसिक,शारीरिक दोनो प्रशिक्षणों को दिया जा रहा है। एकात्मस्त्रोत पाठ के साथ प्रात:काल सभी स्वयंसेवक अपने कार्य की शुरूआत करते हैं। संघ स्थान पर नियुद्ध,समता,दण्ड,जुडो कराते,योग के साथ ही घोष के विभिन्न वाद्य यंत्रों जैसे शंख,आनक,वंशी के वादन करने का अभ्यास कराया जाता हैै। विद्वान वक्ताओं के द्वारा बौद्धिक दिया जाता है तो वहीं चर्चा सत्र में स्वयंसेवकों एवं वक्ताओं के मध्य चर्चा भी होती है। लगातार चलने वाले उक्त कार्य में दिन भर में होने वाले कार्यक्रमों का समय निर्धारित किया गया है जिसको समय सीमा में ही पूर्ण करना होता है।
वर्ग का आज भव्य समापन-
गत 18 मई से प्रारंभ हुये संघ शिक्षा वर्ग के प्रथम बर्ष के प्रशिक्षण का आज समापन होगा। इस अवसर पर एक वृहद कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। संघ शिक्षा वर्ग के प्रचार प्रमुख डा.एल.एन.वैष्णव ने बतलाया कि उक्त भव्य समापन समारोह में मुख्यवक्ता के रूप में क्षेत्र प्रचारक माननीय रामदत्त जी प्रेरणादायी उद्बोधन देंगे। आज सायं केशवनगर सरस्वती विद्यालय प्रांगण में होने वाले उक्त समापन कार्यक्रम में मातृशक्ति के बैठने की पृथक से व्यवस्था की गयी है। इस अवसर पर सम्पत,अधिकारी आगमन,ध्वजारोपणम,प्रार्थना,वर्ग प्रतिवेदन,शारीरिक प्रर्दशन के साथ ही ध्वज वंदना,दण्ड,नियुध्द,मनोरे/गोपुर,योगासन,घोष,व्यायाम योग,सूर्य नमस्कार,गीत का प्रर्दशन उक्त भव्य आयोजन के महत्वपूर्ण अंग हैं। जिला संघ चालक किशन जी साहू एवं वर्गाधिकारी रविन्द्र जी श्रीवास्तव संघ शिक्षा वर्ग के उक्त भव्य आयोजन में समस्त गणमान्य नागरिकों से उपस्थिति की अपेक्षा की गयी है।

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