मुंबई। प्रदेश में पहली बार बने महाराष्ट्र राज्य प्राणी कल्याण बोर्ड की पहली बैठक में सदस्यों ने सरकार से प्रदेश में पशु कल्याण के लिए कारगर कदम उठाने एवं बजट का विशेष प्रावधान करने की मांग की। एक लंबी कोशिश के बाद हुई बोर्ड की पहली बैठक में सदस्यों ने मांग की कि प्रदेश में पशु कल्याण कार्यक्रम को एक अभियान के रूप में चलाया जाए।
विधान भवन के राष्ट्र मंडल संसदीय समिति कक्ष में संपन्न इस बैठक की अध्यक्षता पशुपालन मंत्री अब्दुल सत्तार ने की। बोर्ड की सदस्य श्रीमती मंजू लोढ़ा ने सरकार से कहा कि महाराष्ट्र में गौशालओं के विकास एवं उनकी सहायता के लिए बोर्ड में एक विशेष अधिकारी की नियुक्ति की जाए, जिससे बोर्ड का काम आसानी से चल सके। श्रीमती मंजू लोढ़ा ने कहा कि पशुधन के संवर्द्धन से प्रदेश के बरबाद होते पर्यावरण को बचाया जा सकता है। इस बैठक में बोर्ड के अन्य सदस्यों कनक परमार एवं गिरिश मेहता, राजेंद्र जोशी आदि ने प्रदेश में पशु कल्याण के कार्यक्रमों को विशेष अभियान के तहत चलाकर लोगों में जागृति पैदा करने की मांग की।
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में पहली बार प्राणी कल्याण बोर्ड का गठन हुआ है। वरिष्ठ विधायक मंगल प्रभात लोढ़ा की कई सालों से की जा रही कोशिशों के बाद बने इस बोर्ड की पहले दो बार बैठक निश्चित होने के बाद ऐन वक्त पर टाल दी गई। बोर्ड की पहली बैठक में सदस्य इस बात से नाराज दिखे कि बोर्ड के पास पशु कल्याण के लिए कोई बजट ही नहीं है। इस बैठक में बोर्ड के सदस्यों ने महाराष्ट्र सरकार से प्रदेश में गोवंश रक्षा कानून लागू करने की भी मांग की।