भए प्रगट कृपाला यषोदा, राहिणी, देवकी हितकारी

Pandit Keshavkrishna Shashtri2विदिषा। स्थानीय सत्संग भवन में जारी श्रीमद् भागवत कथा के चतुर्थ दिवस आज बुधवार को प्रवचनकर्ता वेदाचार्य पं. केषवकृष्ण शास्त्री ने भगवान श्री कृष्ण के प्राकट्य-अवतरण की कथा सुनाई तथा इस अवसर पर परमेष्वर का जन्म महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर जानी-मानी नन्ही-मुन्नी भजन गायिका कु. सौम्या शर्मा ने भगवान के बालरूप को चरितार्थ करने वाला छोटी-छोटी गैया, छोटे-छोटे ग्वाल और ओ माँ तू कितनी अच्छी है भजन सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। पंडितजी द्वारा भगवान के मथुरा के कारागार में प्रकट होने का शुभ समाचार देते ही समूचा सभागार ‘‘हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैयालाल की’’ के जयकारों से गूंज उठा। इस अवसर पर श्रद्धालु जय-जयकार के साथ बधाई भी गुनगुनाने लगे। समूचे सभागार में मेवा, मिष्ठान, यहां तक कि टॉफियों की बौछारें पड़ने लगीं। पुष्प वर्षा तो ऐसी हुई कि पूरा परिसर फूलों से पट गया। पं. शास्त्री ने भगवान के पूज्य पिताश्री वसुदेवजी द्वारा नवजात षिषु परमेष्वर को मथुरा से गोकुल ले जाने की कथा सुनाई तो श्रोताओं की आंखें सजल हो उठीं। यमुना मैया ने भी भगवान को तब रास्ता दिया जब उन्होंने उनके चरण स्पर्ष कर लिए। आज की कथा में पं. केषवकृष्ण शास्त्री के पूज्य गुरूदेव परमेष्वरदास त्यागी ने भी अपनी उपस्थिति से कथा में चार चांद लगा दिए।

पं.गोविन्द शर्मा

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