बीजेपी की हार से शिवसेना का आत्मविश्वास बढ़ा

uddhav-thackerayमुंबई / उत्तर प्रदेश, राजस्थान और अन्य राज्यों में उपचुनाव के नतीजों से शिव सेना का आत्मविश्वास कुछ बढ़ा है। अब वह महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सीट शेयरिंग को लेकर बीजेपी पर दबाव और बढ़ा सकती है। मंगलवार को शिव सेना ने दावा किया कि मोदी लहर को लेकर उसकी उलटी सोच सही साबित हुई है। बीजेपी अब कुछ मुश्किल में नजर आ रही है। उसने 59 विधानसभा सीटों पर समीक्षा के लिए कहा है। पार्टी का कहना है कि वह शिव सेना के साथ गठबंधन नहीं तोड़ना चाहती।
शिव सेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कुछ दिनों पहले कहा था लोकसभा चुनाव में बीजेपी गठबंधन के महाराष्ट्र में अच्छा प्रदर्शन करने का एकमात्र कारण ‘मोदी लहर’ नहीं था। इसके बाद शिव सेना और बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने एक-दूसरे के खिलाफ जुबानी हमले तेज कर दिए थे। उद्धव ने सोमवार शाम को एक आदेश जारी कर पार्टी नेताओं को सीट शेयरिंग को लेकर मौजूदा गतिरोध पर कोई टिप्पणी नहीं करने को कहा था। हालांकि, पार्टी के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मिनिस्टर रामदास कदम ने मंगलवार को कहा था कि बीजेपी को उपचुनाव के नतीजों से सबक सीखना चाहिए। कदम के मुताबिक, ‘हमारे नेताओं ने कहा था कि लोकसभा चुनाव एक एक लहर के आधार पर नहीं जीता गया। बहुत से अन्य कारण भी थे। हमारा यह मानना नहीं था कि मोदी लहर ही केवल महाराष्ट्र में गठबंधन की जात के लिए जिम्मेदार थी। हमारी यह बात अब सही साबित हुई है। बीजेपी इन नतीजों के बाद यह समझना चाहिए कि बड़ी लड़ाइयां अभी जीतनी बाकी हैं।’ कदम राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता रह चुके हैं। अब यह तय है कि सीट शेयरिंग को लेकर दोनों दलों के बीच बातचीत कुछ दिनों तक और चल सकती है।
राज्यसभा में शिव सेना के एक सांसद ने बताया कि एक नए फॉर्मूले पर बात चल रही है, जिसमें गठबंधन के सहयोगियों को 16 सीटें (आठ शिव सेना और आठ बीजेपी के कोटे से) दी जा सकती हैं और बीजेपी को 125 सीटें मिलेंगी। हालांकि, बीजेपी नेता विनोद तावड़े का कहना था का संख्या अभी तय नहीं हुई है और उनकी पार्टी 135 से कम सीटें नहीं चाहती। उपचुनाव के परिणाम के असर की वजह से बीजेपी मंगलवार को कुछ रक्षात्मक मुद्रा में नजर आई।
महाराष्ट्र में बीजेपी के प्रवक्ता माधव भंडारी ने सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत पर कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया, जबकि अन्य नेताओं से कहा कि अभी चर्चा जारी है। बीजेपी के महाराष्ट्र में अध्यक्ष देवेन्द्र फडनवीस ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी ने 59 विधानसभा सीटों के दोबारा वितरण का सुझाव दिया है। उन्होंने बताया कि बीजेपी ने कुछ जगहों पर कई वर्षों से जीत हासिल नहीं की है और यही हालत शिव सेना के साथ कुछ सीटों पर है। बताया जा रहा है कि इन सीटों पर अदला-बदली हो सकती है।

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