कश्मीर में जारी चुनाव प्रचार में धारा 370 से बीजेपी ने पूरी तरह किनारा कर लिया है। पहले पार्टी के नेता और विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ने धारा 370 को बनाये रखने का आश्वासन दिया था अब पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी यह मुद्दा नहीं उठायेगी। उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रीय महत्व का विषय है और इसका इस्तेमाल चुनाव प्रचार के लिए नहीं किया जा सकता। किश्तवाड़ के कद्दार में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि ‘‘यह (अनुच्छेद 370) एक राष्ट्रीय मुद्दा है। यह बहसयोग्य है। इस पर भाजपा का रूख स्पष्ट है। विधानसभा चुनाव के दौरान इस मुद्दे को उठाने की कोई जरूरत नहीं है…।’’ अपनी पार्टी भाजपा के उम्मीदवारों के पक्ष में चुनाव प्रचार अभियान पर आए सिंह ने राजनीतिक दलों से विधानसभा चुनाव के दौरान वोट बैंक की राजनीति के लिए इसे नहीं उठाने का आह्वान किया। सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 पर चर्चा के लिए तैयार है लेकिन विधानसभा चुनाव में हमारा ध्यान सुशासन और विकास पर केन्द्रित है।
कश्मीर में अब्दुल्ला सरकार पर हमला बोलते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि “छह साल एनसी-कांग्रेस ने बंटाधार किया। केंद्र में मोदीजी की सरकार बनने के बाद लोगों में भरोसा बना है। जम्मू कश्मीर की तक़दीर बदलने का माद्दा भाजपा में है। अाज अलगाववादी ताक़तें भी मुख्यधारा में आने को तत्पर हैं। सज्जाद लोन का समर्थन इसका सुबूत है।” इससे पहले 15 नवंबर को श्रीनगर के दौरे पर पहुंचे पार्टी के नेता और विदेश राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह ने साफ कहा कि “बीजेपी ने कभी भी धारा 370 को हटाने या बदलने की बात नहीं कही है।” उन्होंंने कहा कि पार्टी ने सिर्फ इतना कहा है कि इसे लागू किये बहुत दिन हो गये और समय के साथ इस धारा के बारे विचार विमर्श जरूर करना चाहिेए।