आज पानी में बह जाएगी दिल्ली!

दिल्ली वाले हो जाएं सावधान। आज शाम तक उनके शहर में बाढ़ तबाही मचा सकती है। हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से शुक्रवार को छोड़ा गया 2 लाख, 22 हजार क्यूसेक पानी सोमवार शाम तक दिल्ली पहुंचने की आशका है। ऐसा होने पर यमुना में बाढ़ आ सकती है और भारी तबाही मच सकती है। फिलहाल यमुना बाढ़ के खतरे से महज 50 सेंटीमीटर दूर है। दिल्ली सरकार के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग का कहना है कि एहतियात के तौर पर 50 बोट तैनात कर दी गई हैं।

कई दिनों से हो रहे लगातार बारिश से दिल्ली, मुंबई, राजस्थान एवं उत्तराखंड सहित देश के कई राज्यों में आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सोमवार सुबह 4 बजे से यमुना में पानी का स्तर बढ़ रहा है। सुबह सात बजे फ्लड कंट्रोल रूम के मुताबिक सुबह 7 बजे यमुना का जल स्तर 204.32 मीटर के स्तर को छू गया। 11 बजे यमुना में पानी का स्तर खतरे के निशान [204.83 मीटर] से आधा मीटर दूर था। कई निचले इलाकों में पानी भरने से आमजीवन अस्त-व्यस्त हो गई है। सड़कों पर ट्रैफिक जाम से भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

दूसरी ओर, यूपी में भी सिंचाई विभाग ने कहा है कि पानी का स्तर बढ़ता रहा तो गंगा खतरे के निशान को छू सकती है। हालांकि, वाराणसी में गंगा का जलस्तर बढ़ने की रफ्तार कम हुई है, लेकिन पानी के बढ़ने का क्रम धीरे-धीरे जारी है। कल तक पाच सेंटीमीटर प्रति घटे की रफ्तार से बढ़ रही गंगा का जलस्तर अब दो सेंटीमीटर प्रति घटे की रफ्तार से बढ़ रही है। इलाहाबाद में यह रफ्तार घटकर तीन से दो सेंटीमीटर प्रति घटे तथा मीरजापुर में पाच से कम होकर तीन सेंटीमीटर प्रति घटे पर पहुंच गई। बनारस में पानी बढ़ने के कारण अस्सी से राजघाट के बीच घाटों का आपसी संपर्क टूटा गया है। मणिकर्णिका घाट स्थित चरणपादुका और मणिकर्णिका कुंड भी डूब गए हैं। वहीं, राजेन्द्र प्रसाद घाट स्थित मुक्ताकाशीय मंच पर भी पानी भर गया है। दशाश्वमेध घाट के शीतला माता मंदिर परिसर में भी पानी पहुंच गया है। वाराणसी में भी गंगा में बाढ़ की स्थिति बन गई है। बढ़ते पानी के चलते शहर के घाटों का आपस में संपर्क टूट गया है। गंगा आरती की जगह भी बदलनी पड़ी है।

उधर, राजस्थान के 11 जिलों में भारी बारिश का अंदेशा है। जबकि जयपुर के निचले इलाकों में पानी भर गया है। जयपुर में अलर्ट कर दिया गया है और अफसरों की छुट्टिया रद्द कर दी गई हैं।

राजस्थान में रविवार को जयपुर सहित कई शहरों में मूसलाधार बारिश हुई। जयपुर में रात 10 बजे तक 3 इंच पानी गिरा। लोगों के जेहन में पाच दिन पहले बने बाढ़ के हालात आ गए। शहर में कई जगह पानी भर गया। पहले से जलमग्न बस्तियों में हालात और बिगड़ गए। प्रशासन ने राजधानी में अलर्ट घोषित किया। अंडरपासों पर पुलिस तैनात की।

सोमवार को जयपुर में स्कूल तो खुल गए हैं लेकिन प्रशासनिक अफसरों की छुट्टिया चार दिन तक रद कर दी गई हैं। इन्हें मुख्यालय नहीं छोड़ने के निर्देश भी दिए हैं। पानी में डूबी निचली बस्तियों में हालात पाचवें दिन और बिगड़ गए। सेना पानी निकालने में जुटी है। जयपुर के वीवीआईपी सिविल लाइंस में भी मंत्रियों के घर भी पानी से घिर गए हैं। संसदीय सचिव ब्रह्मदेव कुमावत और उनके आसपास के बंगलों में पानी घुस गया है।

जयपुर के चादपोल में नींदडऱाव के रास्ते में रविवार रात 10 बजे बारिश के कारण एक मकान ढह गया। मकान जर्जर था और इसमें कोई नहीं रहता था। मकान की दीवार गिरते ही लोगों ने कोतवाली में सूचना दी। इसके कुछ देर बाद मकान का एक और हिस्सा ढह गया। पुलिस ने आसपास के लोगों को सावधान रहने को कहा है।

उधर, उत्तराखंड में हो रही भारी बारिश के चलते हरिद्वार में भी बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। हरिद्वार में प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। उत्तराखंड के हरिद्वार व बिजनौर बैराज से एक लाख क्यूसेक पानी छोडे़ जाने से गंगा फिर उफान पर पहुंच गई है। गंगा के लगातार बढ़ते जलस्तर से बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। बाढ़ खंड नियंत्रण विभाग के अनुसार, हरिद्वार बैराज से एक लाख 32 हजार और बिजनौर बैराज से एक लाख दस हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।

पहाड़ी क्षेत्रों की बारिश के पानी का दवाब बढ़ने से हरिद्वार और बिजनौर बैराज द्वारा कई दिनों से पानी छोड़ा जा रहा है। इसी कारण गंगा का जलस्तर भी काफी बढ़ गया है। कई गाव गंगा की चपेट में आ गए हैं।

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