जम्मू-कश्मीर में सरकार गठन पर पीडीपी के साथ बातचीत के लिए बीजेपी ने चार सदस्यीय पैनल बनाया है। चार सदस्यीय इस पैनल में महासचिव राम माधव, राज्य के वरिष्ठ नेता जितेंद्र सिंह, जुगल किशोर शर्मा और निर्मल सिंह शामिल हैं। ये सभी पीडीपी के साथ समझौते की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए बातचीत करेंगे। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली इस पैनल का नेतृत्व करेंगे।
राम माधव बीजेपी की केंद्रीय टीम से आते हैं जबकि जितेंद्र सिंह उधमपुर से सांसद और पीएमओ में मंत्री हैं। जुगल किशोर शर्मा राज्य बीजेपी के अध्यक्ष हैं और निर्मल सिंह पार्टी के वरिष्ठ विधायक हैं।
पीडीपी के वार्ताकारों से बीजेपी की बातचीत के दिल्ली में मंगलवार से शुरू होने की उम्मीद है। इसके दो से तीन दिन में किसी नतीजे तक पहुंचने के आसार हैं। बीजेपी के एक सूत्र ने बताया कि पीडीपी ने ‘देने और लेने’ वाली सोच के साथ सकारात्मक रुख दिया है इसलिए हम बातचीत की प्रक्रिया से एक बेहतर परिणाम निकलने की उम्मीद लगा रहे हैं जो राज्य में गठबंधन की सरकार बनाने में सहायक होगा।
इस बीच, ऐसे आसार भी दिखाई दिए हैं कि बीजेपी सरकार गठन को लेकर अपनी पार्टी के मुख्यमंत्री पर जोर नहीं देगी। पार्टी से जुड़े एक सूत्र ने ‘द टेलिग्राफ’ को अधूरे शब्दों के साथ कहा कि आदर्श रूप से हम चाहते थे कि राज्य में हमारा मुख्यमंत्री हो लेकिन…’
मुख्यमंत्री का पद छोड़ने के बदले में बीजेपी पीडीपी से ‘सशस्त्र बल विशेष अधिकार कानून’ पर नरम रुख और अनुच्छेद 370 हटाने को लेकर किसी तरह की बात नहीं करने की मांग कर सकती है।
नवभारत टाइम्स से साभार