खट्टर के सामने बीरेन्द्र ने कहा, सीएम का इतना पावरफुल होना ठीक नहीं

manohar lal khattarचंडीगढ़ / जींद. हरियाणा के मुख्यमंत्री के खिलाफ बीजेपी नेताओं के बोल दिन ब दिन तीखे होते जा रहे हैं। राज्य के मंत्रियों के बाद केंद्र सरकार में मंत्री और हरियाणा की राजनीति के वरिष्ठ नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह ने सोमवार को सीएम मनोहरलाल खट्टर को खरी-खोटी सुनाई। जींद के उचाना में आयोजित विकास रैली में चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा, ”सीएम का इतना पावरफुल होना भी ठीक नहीं है। एक चपरासी के तबादले के लिए भी सीएम की मंजूरी लेनी पड़ती है। भाई मैं भी केंद्र में मंत्री हूं पर मेरी बात भी नहीं मानते अफसर।” बता दें कि जब चौधरी ताने मार रहे थे तो उसी कार्यक्रम में पहुंचे सीएम खट्टर बगल में बैठक कर चुपचाप सुन रहे थे।
इस दौरान बीरेंद्र सिंह ने सरकारी स्कूल में शिक्षा के स्तर पर जहां शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा को तो बांगर के क्षेत्र में विकास कराने को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला को भी कुछ करने के लिए कहा। उन्होंने सीएम के समक्ष सिर्फ एक मांग रखी। उन्होंने कहा कि उनके इलाके में पानी की काफी दिक्कत है। उनकी पानी की भूख मिटा दो।
बीरेंद्र सिंह बोले- जब सब सीएम करेंगे तो बाकी का क्या मतलब
बीरेंद्रसिंह ने पूरी व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि ये क्या मतलब है कि सारे काम मुख्यमंत्री ही करें। एक चपरासी की बदली कराने तक के लिए सीएम के पास जाने पड़े। विधायक, मंत्री भी तो जनता के प्रति जवाबदेह हैं। फिर हुड्डा सरकार इस सरकार में क्या अंतर है। अफसरशाही भी किसी की सुनती नहीं है, उनकी तरफ से एक ही जवाब मिलता है-देखेंगे। इस आदत को बदलनी होगी। तभी जाकर जनता के काम होंगे।
सीएम ने मंत्री, अफसरों को किया खड़ा, कहा- बोलो नहीं करेंगे भ्रष्टाचार
कार्यक्रम में सीएम मनोहर लाल खट्टर ने भी अपने मंत्रियों और अफसरों की जमकर क्लास ली। जनता के सामने उन्होंने वहां उपस्थित शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा, कृषि मंत्री ओपी धनखड़, सांसद रमेश कौशिक की ओर इशारा करते हुए कहा कि मंत्रियों खड़े होकर बताओ कि नहीं करेंगे भ्रष्टाचार। इस पर मंत्रियों ने खड़े होकर कहा कि वे भ्रष्टाचार नहीं करेंगे। इसके बाद सीएम बोले मंत्रियों के बाद नंबर आता है अधिकारियों का। कहां हैं डीसी एसपी साहब। डीसी अजित बालाजी जोशी एसपी अभिषेक जोरवाल ने भी खड़े होकर कहा कि वे भ्रष्टाचार नहीं करेंगे। सीएम ने धड़ौली गांव के ईटीटी सेंटर में गोपाल नस्ल सुधार केंद्र का उदघाटन किया।
सीएम बोले- कर्मचारियों के लिए टेढ़ी करनी पड़ेगी उंगली
सीएम ने कहा कि भ्रष्टाचार रोकने के लिए अब कर्मचारियों पर लगाम कसनी पड़ेगी। इस सरकार में कर्मचारी यह तो नहीं कह सकते हैं कि ऊपर अधिकारियों को रुपए देने हैं। मगर कर्मचारियों की आंखों पर अभी तक पट्टी बंधी है। उनके लिए हमें उंगली टेढ़ी करनी पड़ेगी। इनको छह माह का मौका दिया गया था, जिसमें अब 15 दिन बाकी हैं, लेकिन आज से ही कार्रवाई शुरू करेंगे। भ्रष्टाचार के आरोप में जींद जिले के चार तहसीलदारों नायब तहसीलदारों को सस्पेंड कर कार्रवाई की है। बीडीपीओ सफीदों के खिलाफ जांच एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं।

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