पूर्ण खग्रास चंद्र ग्रहण पश्चिमी गुजरात और राजस्थान के सुदूर इलाकों में

chandra grahanभाद्रपद मास की पूर्णिमा की चांदनी पर ग्रहण का साया है। 28 सितंबर को पड़ने वाले पूर्ण खग्रास चंद्र ग्रहण, भारत के पश्चिमी गुजरात और राजस्थान के सुदूर इलाकों में कुल 15 मिनट ही दिखाई देगा।
28 सितंबर को खग्रास पूर्ण चंद्र ग्रहण
सोमवार के कारण चूड़ामणि चंद्र ग्रहण
पश्चिमी गुजरात-राजस्थान में दृश्य
देश के दूसरे दृश्यों में ग्रहण अदृश्य
अदृश्य स्थानों पर नहीं लगेगा सूतक
भारत में सबसे पहले कहां दिखेगा ग्रहण?
सबसे पहले और सबसे कम अवधि का चंद्र ग्रहण, पश्चिमी गुजरात के जामनगर और पश्चिमी राजस्थान के घोटारु और शाहगढ़ में, सुबह 6:38 मिनट पर सिर्फ 1 मिनट के लिये दिखेगा।
सबसे ज़्यादा अवधि और सबसे बाद में ग्रहण
पश्चिमी गुजरात के नालिया में, सुबह 6:42 मिनट पर, सबसे ज्यादा देर में दिखने वाला चंद्र ग्रहण भी, सबसे ज्यादा अवधि का होगा। यहां पूर्ण चंद्र ग्रहण 5 मिनट के लिये देखा जायेगा।
उसके बाद, सुबह 6:41 मिनट पर, 4 मिनट के लिये चंद्र ग्रहण के दर्शन होंगे गुजरात के द्वारिका में। इसके अलावा गुजरात के खंभालिया में सुबह 6:40 मिनट पर 3 मिनट के लिये पूर्ण चंद्र ग्रहण दिखेगा।
चंद्र ग्रहण कितनी देर और कहां?
27 सितंबर रविवार रात 10 बजकर 11 मिनट पर शुरू होने वाला चंद्र ग्रहण, कुल 1 घंटे 22 मिनट का है। ये सुपर मून, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका, पूर्वी प्रशांत महासागर के तटीय देश और दक्षिण एशिया के कुछ हिस्सों में दिखेगा। पूर्ण चंद्र ग्रहण यानि सुपर मून का बेहतरीन नज़ारा सिएटल, मेक्सिको सिटी, बर्लिन, लंदन, मास्को, मांट्रियल, मैड्रिड, काहिरा और पेरिस में देखा जा सकेगा।
28 सितंबर को खग्रास चंद्रग्रहण
ग्रहण का स्पर्श-6:37 मिनट
खग्रास प्रारंभ-7:41 मिनट
ग्रहण मध्यकाल- 8:17 मिनट
खग्रास समाप्त-8:54 मिनट
ग्रहण का मोक्षकाल-9:57 मिनट
अदृश्य चंद्र ग्रहण का धार्मिक महत्व
ज्योतिष के अनुसार सोमवार के चंद्र ग्रहण को, चूड़ामणि चंद्र ग्रहण कहा जाता है। चूड़ामणि चंद्र ग्रहण में स्नान,दान और जप का 5 गुना फल मिलता है। लेकिन अदृश्य ग्रहण का न कोई धार्मिक महत्व है, और न इस दौरान सूतक जैसे नियमों का पालन होता है। सिर्फ गुजरात और राजस्थान के शहरों में ही 27 सितंबर की रात 10 बजकर 11 मिनट से सूतक लगेगा।
देश में दृश्य लेकिन आपके शहर में अदृश्य
अगर चंद्र ग्रहण आपके देश में दिख रहा है लेकिन आपके शहर में अदृश्य है तो आपको सूतक का पालन नहीं करना है। लेकिन अगर बादलों की वजह से चंद्र ग्रहण नहीं दिख रहा तो ऐसे में सूतक का पालन करना पड़ता है।

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