संगीत मेरा जूनुन-बसंत ठाकुर

IMG-20160314-WA0011वैशाली जिले के एक छोटे से गाँव पानापुर नंगा के रहने वाले बसंत ठाकुर आज किसी परिचय के मोहताज नही है! पिताजी व्यास पशुपति ठाकुर के संगीत से जुड़े होने के कारण बसंत ठाकुर को बचपन से ही पारिवारिक माहौल संगीत भरा मिला और स्टेज शो करने का भी मौका मिलने लगा! माता सरस्वती की कृपा पात्र एवं भोजपुरी सुपर स्टार पवन सिंह को गुरु मानने वाले बसंत ठाकुर कहते है की संगीत मेरे रग-रग में बसा है और संगीत ही मेरा जूनुन है! बसंत ठाकुर का पहला ही एल्बम वैशाली के बाघ जो की सुपरहिट साबित हुआ था जिसे दर्शकों ने खूब सराहा था! साथ ही साथ काँवरिया एक्सप्रेस,नौमी के रात मईया के साथ,नैहर के दीवाना,बदरा रे,सौगात शेरावाली के और हाल में ही रिलीज़ रंगबाज होली भी लोगो के द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है! संगीत के साथ साथ बसंत ठाकुर अब रुपहले पर्दे पर नजर आनेवाले है जिसमें उनका ड्रीम प्रोजेक्ट “बाबा बसावन की गोगड़ी गढ़ की लड़ाई” में बाबा बसावन का किरदार निभाया है! बाबा बसावन जो की उत्तर बिहार में सबसे बड़े देवता भुईया बाबा के नाम से भी जाने जाते है! साथ ही साथ बतौर हीरो भोजपुरी फिल्म लइका बानी बिहार के और खून के कर्ज लेकर आ रहे है जिसकी शूटिंग पूरी हो चुकी है और जल्द ही दर्शकों के बिच होगी!

कुन्दन कुमार
पीआरओ
मो-09386989733
09835778058

error: Content is protected !!