आरएफ ने सूखे से प्रभावित 2 लाख लोगों को 20 मिलियन लीटर जल की आपूर्ति की
मुंबई, 3 जून 2016- रिलायंस फाउंडेशन ने सूखा प्रभावित मराठवाड़ा क्षेत्र के गांवों में पीने योग्य जल को उपलब्ध कराने का बीड़ा उठाया है। इसके तहत इसने एक माह से कम समय में लातूर, हिंगोली, जालना और नांदेड़ इन चार जिलों के सबसे अधिक जल संकटग्रस्त 100 गांवों को चिन्हित किया। 23 दिनों के भीतर आरएफ का मिशन राहत -मराठवाड़ा 100 से अधिक गांवों में पहुंचने में सफल रहा और यह हर दिन प्रति गांव में दो से चार टैंकर जल की आपूर्ति कर रहा है। 300 से अधिक डेली सॉर्टीज प्रति दिन प्रति व्यक्ति लगभग 11 लीटर जल की आपूर्ति करती हैं। अब तक 2 लाख लोगों को 20 मिलियन लीटर से अधिक जल की आपूर्ति की जा चुकी है। वर्ष के सबसे गर्म माह मई में 3,990 टैंकर्स की तैनाती के जरिए 2 लाख ग्रामवासियों को 20 मिलियन लीटर जल की आपूर्ति की जा चुकी है।
महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में पिछले कई वर्षों से मानसून के विफल होने के कारण जल स्तर में काफी गिरावट आ गयी है एवं भूमिगत जल के आवश्यकता से अधिक दोहन के कारण इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था चरमरा गयी है।
पिछले चार वर्षों से आरएफ अपने अग्रणी रुरल ट्रांसफॉर्मेशन प्रोग्राम के जरिए मराठवाड़ा के जल संकट के दीर्घकालिक स्थायित्वपूर्ण समाधान के लिए कार्य कर रहा है। लेकिन वर्तमान समय की यह मांग है कि ऐसे गांवों को राहत प्रदान की जाए, जहां पर पेय जल उपलब्ध नहीं है।
फाउंडेशन की टीम ने सरकारी एजेंसियों के सहयोग से मराठवाड़ा के चार जिलों के 100 गांवों को चिन्हित किया। और कुछ दिनो के अंदर ही आरएफ की टीम ने जल स्रोतों का पता लगा कर 50,000 परिवारों को जल की आपूर्ति प्रारंभ कर दी। आरएफ द्वारा एक सक्षम आपूर्ति प्रणाली को अपना कर गांवों में एक समान एवं सुरक्षित जल वितरण को सुनिश्चित किया गया।
विजय मुरलीधर कदम, जालना जिले के भारामनखेड़ा के निवासी, ने कहा कि, ‘‘पानी की बहुत कमी थी और हमें इसके लिए काफी दूर जाना पड़ता था। अब रिलायंस फाउंडेशन हमें मुफ्त में जल उपलब्ध करा रहा है। हम समय से सहायता करने के लिए आरएफ के शुक्रगुजार हैं।’’ .
पी.एम. अंबुलागे, ग्राम सेविका, खरपुडी, जालना ने कहा कि, ‘‘हम गंभीर जल संकट को झेल रहे थे। गांव के सरपंच ने हमसे पंचायत समिति से गुहार लगाने के लिए कहा। पंचायत समिति के श्री पगाडे ने मुझसे कहा कि आरएफ जलाभाव वाले गांवों में मुफ्त जल उपलब्ध करा है। उन्होंने कहा कि आरएफ की एक टीम हमारे गांव का सर्वेक्षण करेगी एवं यदि सही मायनो में आवश्यकता समझ में आएगी, तो वह हमें तत्काल राहत उपलब्ध कराएगी।’’
‘‘मैंने अपने गांव की महिलाओं को एकत्रित किया एवं आरएफ की स्थानीय टीम से मिलने के लिए गयी। टीम ने हमारे गांव का सर्वेक्षण किया एवं उसे हमारी दुर्दशा समझ में आयी। आज हमारे गांव में टैंकर से जल की आपूर्ति हो रही है। हमारी रक्षा करने के लिए हम रिलायंस फाउंडेशन के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हैं।’’
रिलायंस फाउंडेशन के विषय में:
रिलायंस फाउंडेशन, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का लोकोपकारी अंग, का लक्ष्य खोजपरक एवं स्थायित्वपूर्ण समाधानो के जरिए देश की विकासगत चुनौतियों के समाधान में एक उत्प्रेरक की भूमिका निभाना है। संस्थापिका एवं चेयरपर्सन श्रीमती नीता अंबानी द्वारा संचालित रिलायंस फाउंडेशन देश के दूर-दराज क्षेत्रों में निवास करने वाले कमजोर लोगों को स्थायित्वपूर्ण आजीविका उपलब्ध कराने के लिए पहुंचने हेतु प्रतिबद्ध रहा है। रिलायंस फाउंडेशन देश की सामाजिक पूंजी के विकास के जरिए उच्च गुणवत्तायुक्त जीवन को सुनिश्चित करने के लिए कृतसंकल्प है। भारत के विशालतम सामाजिक पहलों में से एक यह फाउंडेशन ग्रामीण रुपांतरण, शिक्षा, स्वास्थ्य, खेलकूद, आपदा प्रबंधन, शहरी नवीकरण, एवं कला, संस्कृति व धरोहर के क्षेत्र में देश की विकास संबंधी चुनौतियों के समाधान पर अपना ध्यान केंद्रित करता है। इसकी प्रत्यक्ष व व्यावहारिक पद्धति ने समूचे भारत के 10,500 गांवों एवं शहरी स्थानो के 6 मिलियन से अधिक लोगों के जीवन को स्पर्श किया है। www.reliancefoundation.org
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