शीला दीक्षित होंगी यूपी में कांग्रेस का सीएम पद का चेहरा

कांग्रेस ने घोषणा की है कि उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले चुनावों में दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित उसकी ओर से सीएम पद का चेहरा हैं.
यानी अगला विधानसभा चुनाव पार्टी शीला दीक्षित के नेतृत्व में लड़ेगी.
शीला दीक्षित इससे पहले दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं.
कांग्रेस नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद ने दिल्ली में एआईसीसी मुख्यालय में ये घोषणा करते हुए शीला दीक्षित पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों का जवाब भी दिया.
शीला दीक्षित के बचाव में उन्होंने कहा, “भ्रष्टाचार के आरोप, हज़ारों करोड़ के आरोप छत्तीसगढ, राजस्थान और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों पर भी हैं और कई मंत्रियों पर भी हैं. यदि उन आरोपों के जवाब में ये तीन मुख्यमंत्री इस्तीफ़ा देते हैं तो हम यूपी में अपने मुख्यमंत्री के उम्मीदवार को वापस ले लेंगे.”
उन्होंने कहा कि शीला दीक्षित एक अनुभवी नेता हैं और उन्हें 15 साल तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहने का तजुर्बा है.
इससे पहले कांग्रेस पार्टी मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने से बचती रही है, लेकिन इस बार पार्टी ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है और शीला दीक्षित को चुनाव से काफ़ी पहले पार्टी की तरफ़ से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया है.
शीला दीक्षित ने क्या कहा?
इस नई जिम्मेदारी पर शीला दीक्षित ने कहा, “मैं पार्टी हाई कमान की शुक्रगुज़ार हूं कि उन्होंने मेरे ऊपर इतना विश्वास किया और मुझे इतनी बड़ी ज़िम्मेदारी सौंपी. अब हमारी कोशिश यही रहेगी कि उत्तर प्रदेश में पार्टी का प्रदर्शन बहुत अच्छा हो.”
ये पूछे जाने पर कि उत्तर प्रदेश के हालात दिल्ली से काफ़ी अलग हैं. यूपी में कांग्रेस तीसरे-चौथे नंबर की पार्टी है ऐसे में वो कांग्रेस का प्रदर्शन कैसे सुधारेंगी. इस पर शीला दीक्षित ने कहा, “उत्तर प्रदेश में चुनौती बहुत बड़ी है, दिल्ली से कहीं ज़्यादा बड़ा प्रांत है. लेकिन हम इस विश्वास के साथ चुनाव मैदान में जा रहे हैं कि जीत के आएंगे.”
ऐसी ख़बरें थीं कि उत्तर प्रदेश में पार्टी के रणनीतिकार प्रशांत किशोर सीएम पद के लिए राहुल गांधी या प्रियंका गांधी को मैदान में उतारना चाह रहे थे, लेकिन पार्टी नेतृत्व ने उनकी सलाह नहीं मानी और अब बेहद अनुभवी राजनेता शीला दीक्षित को पार्टी का मुख्यमंत्री उम्मीदवार बना दिया है.
दिल्ली में टैंकर घोटाला मामले में एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) ने शीला दीक्षित को गुरुवार को ही समन किया है. जब संवाददाताओं ने ये सवाल शीला दीक्षित से पूछा तो उन्होंने कहा, “मेरे पास ईसीबी का अभी तक कोई समन नहीं आया है. ये भ्रष्टाचार का पूरा मामला राजनीति से प्रेरित है.”

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