अहमदाबाद। गुजरात में पहले चरण के नामांकन से पहले अंत तक चली लंबी तकरार, खींचतान और कई दौर की बातचीत के बाद कांग्रेस और पाटीदारों के बीच रविवार को सहमति बन गई। इस सहमति में पटेलों के लिए आरक्षण को सबसे ऊपर होने का दावा किया गया है। लेकिन इससे भी बड़ी बात यह कि पाटीदार नेताओं को कांग्रेस ने अपने टिकट पर मैदान में उतरने का मौका दे दिया है।
यानी पाटीदार आंदोलन समिति (पास) के कई नेता कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे। इस बीच बताया गया है कि कांग्रेस के साथ समझौते का पूरा ब्योरा राजकोट में पाटीदार के नेता हार्दिक पटेल सोमवार को खुद देंगे। गुजरात में दो चरणों में 9 दिसंबर और 14 दिसंबर को मतदान होंगे। मतगणना 18 दिसंबर को होगी।
रविवार को देर रात कांग्रेस ने 77 उम्मीदवारों की पहली सूची भी जारी कर दी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अर्जुन मोढवाडिया को पोरबंदर से प्रत्याशी बनाया गया है, जबकि शक्तिसिंह गोहिल को मांडवी से टिकट दिया गया है। भाजपा नेता और मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के खिलाफ राजकोट सीट से इंद्रानिल राजगुरु को उम्मीदवार बनाया गया है। इस बीच, हार्दिक पटेल से बातचीत के बाद ललित वसोया ने पाटीदार आंदोलन समिति के संयोजक पद से इस्तीफा दे दिया है। ललित कांग्रेस के टिकट पर धोराजी विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे।