केबिनेट की बैठक में गुरुवार को 2जी स्पेक्ट्रम की एकमुश्त फीस को मंजूरी देने का फैसला किया है। इसके बाद टेलिकॉम कंपनियों पर 31 हजार करोड़ का बोझ पड़ेगा।
माना जा रहा है कि इस बढ़ी फीस का भार टेलिकॉम कंपनियां ग्राहकों पर डाल देंगी। उम्मीद है कि इस आर्थिक बोझ को कम करने के लिए टेलिकॉम कंपनियां काल दरों में वृद्धि करेंगी। यह वृद्धि आने वाले कुछ माह के अंदर ही की जा सकती है।