11 बेटियों, 21 नागरिकों का बाबा साहब की जयंती पर किया सम्मान

पलेरा (टीकमगढ़ 14 अप्रैल 2018 टीकमगढ़ जिले के अंतिम छोर के ग्राम बेला में बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 127 वी जयंती ग्राम बेला पंचायत भवन के सामने मनाई गई इस आयोजन के मुख्य अतिथि बुंदेलखंड के सामाजिक कार्यकर्ता श्री संतोष गंगेले कर्मयोगी रहे कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री बसंत अहिरवार ग्राम बेला द्वारा की गई I
डॉ भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को महू इंदौर में एक महान परिवार में हुआ इनके पिता का नाम श्री राम जी मालोजी सकपाल एवं माता जी का नाम भीमाबाई था बचपन से बुद्धिमान और संघर्षशील व्यक्ति होने के कारण इन्हें पढ़ने में अत्यधिक लग्न थी लेकिन आर्थिक संकट के चलते इनकी शिक्षा अधूरी हो रही थी लेकिन महाराष्ट्र के शासक एवं अनेक सामाजिक समरसता के व्यक्तियों ने इनकी शिक्षा ग्रहण कराने में पूर्ण सहयोग किया बाबा साहब अपने भारत देश के बाद विदेशों में शिक्षा ग्रहण की तथा उच्च शिक्षा ग्रहण करने के बाद वह राजनीति में आए भारतीय संविधान सभा के अध्यक्ष बने उन्होंने देश में नीचे वर्ग में जीवित रहने वाले व्यक्तियों को सामाजिक समरसता के स्थान पर जाने के लिए संविधान में विशेष आरक्षण की व्यवस्था कराई आज भारत देश में दलित पिछड़े वर्ग के बच्चे संविधान के माध्यम से शिक्षित और उच्च पदों पर पदासीन हुए उनकी 127 वी जयंती पर ग्राम बेला में बुंदेल खंड के सामाजिक कार्यकर्ता श्री संतोष गंगेले कर्मयोगी ने जीवन पर प्रकाश डाला और सर्वप्रथम कुमारी रानी कुशवाहा देवकुमारी वर्षा क्रांति अहिरवार पिंकी साहू अंजली भारती प्रगतिशील कामिनी संजना बरसा रागिनी लक्ष्मी दीपावली आदि बेटियों का पूजन बंधन कर पुष्प माला पहनाकर साहित्य सामग्री देकर सम्मान किया इस अवसर पर बसंत अहिरवार धर्मदास बंशकार लीला अहिरवार धर्मदास बसंती सुंदरलाल राय पुनीत कुशवाहा नरेंद्र कुशवाहा दिनेश यादव रमेश यादव सहित ग्राम के 21 वरिष्ठ नागरिकों का संतोष गंगेले ने सम्मान किया ग्राम पंचायत बेला के सचिव एवं पंचों ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती पर इस प्रकार के सामाजिक समरसता के कार्य करने के लिए एवं बेटियों और आम नागरिकों का सम्मान करने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता श्री संतोष गंगेले का आभार व्यक्त किया और उनके कार्यों की भूरि-भूरि सराहना की गई

error: Content is protected !!