मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने सदन में बहुमत साबित कर दिया

कर्नाटक में पिछले कई दिनों से चली आ रही राजनीतिक अस्थिरता शुक्रवार को तब खत्म हो गई जब मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने सदन में बहुमत साबित कर दिया। कुमारस्वामी के बहुमत साबित करने से पहले सदन में खूब हंगामा हुआ और इस दौरान भाजपा ने सदन से वॉकआउट कर दिया। बहुमत परीक्षण में कांग्रस-जेडीएस गठबंधन के पक्ष में 117 वोट पड़े। इसके बाद बीजेपी विधायकों की अनुपस्थिति में सदन में विश्वास मत ध्वनिमत से पारित हो गया।

भाजपा के बीएस येदियुरप्पा को कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष का नेता चुना गया है।नवनिर्वाचित विधानसभा अध्यक्ष के आर रमेश कुमार ने सदन के पीठासीन अधिकारी के रूप में उनके निर्वाचन के तुरंत बाद यह घोषणा की। कुमार ने कहा कि गोविंद कारजोल विपक्ष के उपनेता होंगे। इस बीच येदियुरप्पा ने कांग्रेस-जेडीएस सरकार को चेतावनी दी है कि यदि 24 घंटे में किसानों का कर्ज माफ नहीं किया गया तो वह और उनकी पार्टी पूरे प्रदेश में आंदोलन करेंगे।

कुमारस्वामी ने बुधवार को विपक्षी नेताओं के बड़े जमावड़े के बीच मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। यह फ्लोर टेस्ट बीएस येदियुरप्पा के छह दिन बाद हुअा है. येदियुरप्पा ने पिछले शनिवार को अपने दो दिन के कार्यकाल के बाद इस्तीफा दे दिया था।

वहीं कांग्रेस नेता और डिप्टी सीएम जी परमेश्वर ने कहा है कि यह जरूरी नहीं है कि उनकी पार्टी 5 सालों तक कुमारस्वामी की जेडीएस का समर्थन करे। दूसरी तरफ जेडीएस और कांग्रेस फ्लोर टेस्ट से पहले अपने विधायकों को लेकर कोई रिस्क नहीं लेना चाहते हैं इसलिए दोनों पार्टियों ने अभी तक अपने विधायकों को रिज़ॉर्ट में ही रखा था।

विश्वासमत से पहले भाजपा ने स्पीकर पद के लिए अपना उम्मीदवार खड़ा कर दिया था। भाजपा ने पूर्व कानून मंत्री सुरेश कुमार को इस पद के लिए खड़ा किया था वहीं जेडीएस-कांग्रेस की तरफ से पूर्व स्वास्थ्य मंत्री रमेश कुमार को उम्मीदवार बनाया था। विधानसभा की शुरूआती कार्रवाई में ही भाजपा ने स्पीकर पद पर दावेदारी छोड़ दी जिससे कांग्रेस का रास्ता साफ हो गया। फिलहाल नई सरकार के मंत्रिमंडल में केवल उपमुख्यमंत्री डॉ. जी परमेश्वर शामिल हैं।

error: Content is protected !!