निरंकारी माता सविंदर हरदेव महाराज की अंतिम यात्रा में उमड़ा भक्तजनो का सैलाब

निरंकारी माता सविंदर हरदेव जी महाराज को आज यहां लाखों श्रद्धालु भक्तों द्वारा अत्यंत भक्ति भाव से विदाई दी गई।
उनकी अंतिम यात्रा प्रातः 9:30 बजे बुराडी रोड स्थित ग्राउंड नंबर 8 से प्रारंभ हुई और दोपहर लगभग 1:00 बजे निगम बोध घाट पर पहुंची।अंतिम यात्रा ने वास्तव में एक शोभायात्रा का ही रूप धारण कर लिया माताजी का पार्थिव शरीर फूलों से सुसज्जित एक खुले वाहन पर रखा गया जिस पर सद्गुरु माता सुदीक्षा जी उनकी दोनों बहने और गुरु परिवार के अन्य सदस्य साथ रहे।
केकड़ी ब्रांच मुखी अशोक रंगवानी ने बताया कि इससे पहले सद्गुरु माता सुदीक्षा जी माता सविंदर हरदेव जी की दो अन्य अतिथियों ने साल भेंट करके अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए समस्त साथ संगत की ओर से संत निरंकारी मंडल के अध्यक्ष श्री गोविंद सिंह जी ने तथा अन्य प्रबंधक तथा प्रचारक महापुरुषों ने शाल तथा फूलों के गुलदस्ते भेंट कर के अपनी श्रद्धा व्यक्त की। इन में बहुत से महापुरुष दूर देशों से आए थे।
मंडल प्रवक्ता राम चन्द टहलानी ने बताया कि लगभग 10 किलोमीटर लंबी यात्रा में संत निरंकारी मिशन की परंपराओं के अनुसार सबसे आगे भारत तथा दूर देशों के सेवा दल सदस्य तथा उनके पीछे दूर देशों से आए हुए प्रबंधक तथा प्रचारक महापुरुष सफेद दुपट्टा पहन कर चल रहे थे। रास्ते में सड़कों के दोनों किनारों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्तों ने खड़े होकर माता सविंदर हरदेव जी महाराज को स्नेह पूर्वक विदाई दी।
अंतिम संस्कार की औपचारिकता सतगुरु माता सुदीक्षा जी तथा गुरु परिवार के अन्य सदस्यों की उपस्थिति में माता जी की बड़ी सुपुत्री समता जी के बेटे हार्दिक ने निभाई।
माता सविंदर हरदेव जी महाराज लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे परंतु उन्होंने इसे मिशन की गतिविधियों में बाधा का कारण बनने नहीं दिया उन्हें 2 वर्ष से भी अधिक संत निरंकारी मिशन के आध्यात्मिक सतगुरु के रूप में मार्गदर्शन किया और 16 जुलाई 2018 को अपनी सबसे छोटी सुपुत्री सुदीक्षा जी को मिशन की बागडोर सौंपी औपचारिक समारोह 17 जुलाई 2018 कोसम्पन्न हुआ जिसमें दूर देश से आए श्रद्धालुओं ने भी भाग लिया। इसके पश्चात माताजी का स्वास्थ्य कमजोर होता गया और वह 5 अगस्त को 5:15 पर नश्वर शरीर त्याग कर ब्रह्मलीन हो गए।उसी दिन शाम से उनके शरीर को ग्राउंड नंबर 8 में अंतिम दर्शनों के लिए रखा गया और यह कार्यक्रम कल सुबह तक चलता रहा अनुमान है कि दिन-रात दर्शन करने वालों की संख्या लगभग पांच लाख से अधिक रही।
आज निगम बोध घाट पर भारत के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण मंत्री श्री हर्षवर्धन ने भी अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए माता सविंदर हरदेव जी के जीवन तथा शिक्षाओं से प्रेरणा लेने के लिए संत निरंकारी मिशन की ओर से प्रेरणा दिवस भी कल ही मनाया गया जिसकी अध्यक्षता सद्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने की।केकड़ी से भी अशोक रंगवानी एव कालूराम निरंकारी के नेतृत्व में श्रद्धालु भक्तों ने भाग लिया।

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