बच्चों की पेंटिंग में दिखा ’मेरे सपनों का भारत’

प्रतिभा सिंटेक्स की कार्बन बेसिक्स ब्रांड द्वारा चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य बच्चों के साथ जुड़कर उन्हें पेंटिंग के प्रति जागरूक करना और उनके मन में बसे सपनों के भारत को पेंटिंग के रूप में दर्शाना था। इसके अलावा बच्चों को गारमेंट्स मैनुफेक्चरिंग यूनिट के अनुभव से रूबरू कराना और इस दिशा में उनके ज्ञान को बढ़ाना भी, इस प्रतियोगिता का मुख्य बिंदु था। इस प्रतियोगिता के जज संजय इम्ले जी थे, जो खुद एक कुशल पेंटर है और पेंटिंग के विशेष जानकार है। संजय की पेंटिंग प्रदर्शनी देश के कोने-कोने में लगाई जाती है। संजय जी का इंदौर में एक रंगशाळा संस्थान भी है।

यह प्रतियोगिता दो खंडो में विभाजित थी. प्रथम खंड 10 वर्ष से कम आयुवर्ग के बच्चों के लिए था वहीँ दुसरे खंड में 11 वर्ष से 14 वर्ष के बच्चों को शामिल किया गया था। 10 वर्ष से कम आयु वर्ग में प्रथम पुरस्कार अनन्या सोमटके को मिला. इस छोटी सी बच्ची ने मनमोहक पेंटिंग बनाई. इसी आयु वर्ग में द्वितीय पुरस्कार सांतनु श्रीवास्तव को दिया गया। वहीँ 11 से 14 वर्ष के मध्य आने वाले बच्चों में प्रथम पुरस्कार हर्षवर्धन जैन को मिला। इस वर्ग में दूसरा पुरस्कार निष्ठा मिश्रा को मिला। इसके आलावा अन्य बच्चों का उत्साहवर्धन करने के लिए सांत्वना पुरस्कार भी बांटें गए। इस क्रम में 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में पहला पुरस्कार माही शर्मा को मिला। दूसरा पुरस्कार प्रतीक वर्मा को दिया गया। इस आयुवर्ग में तीसरा पुरस्कार हरमीत सिंह को प्राप्त हुआ। इसके अलावा 11 से 14 वर्ष के आयुवर्ग के लिए भी सांत्वना पुरस्कार दिया गया. इस वर्ग में पहला पुरस्कार वेनी सब्मिस को दिया गया। वहीँ दूसरा व तीसरा पुरस्कार क्रमशः श्रीजा मिश्रा और कर्मण्य सूर्यवंशी को मिला। बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए इनाम के तौर पर एक ख़ास टी-शर्ट दी गई, जिसमें बच्चों द्वारा ही बनाई गई पेंटिंग को पिं्रट किया गया था। बच्चे अपनी पेंटिंग को टी-शर्ट पर छपा देख काफी खुश नजर आए।

16 अगस्त को सिंटेक्स के एमडी श्री श्रेयस्कर चौधरी व कार्बन बेसिक्स की बिज़नेस हेड प्रेरणा चौधरी द्वारा पुरस्कार वितरण किया गया। इस पुरस्कार वितरण समारोह में मूक बधिर संगठन से 20 बच्चों को भी आमंत्रित किया गया। सुनने-बोलने में असमर्थ इन बच्चों ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया। सांकेतिक भाषा प्रशिक्षक द्वारा इन बच्चों को गारमेंट्स मैनुफेक्चरिंग यूनिट के कार्यप्रणाली को भी समझाया गया। इस दौरान मूक बधिर बच्चे काफी उत्साहित नजर आए।

पुरस्कार वितरण के बाद कार्बन बेसिक्स की बिज़नेस हेड प्रेरणा चौधरी ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि “आपने अपनी पेटिंग में जो सपनों का भारत दिखाया है, उम्मीद है कि बड़े होकर आप उस सपने को जरूर साकार करेंगे.“ इस पेंटिंग प्रतियोगिता के माध्यम से बच्चों ने अपने मन में बसे भारत की तस्वीर को कलाकृति के रूप में उकेरने के साथ अपने सपनों में रंग भरने का काम भी किया।

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