केंद्र सरकार की मदद से सौर ऊर्जा उत्पादन का विष्वगुरु बनेगा भारत

एक तरफ पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों ने आम आदमी को हलकान करके रखा है, तो दूसरी तरफ बिजली की बढ़ती होती कीमतों ने लोगों को अपनी जेब टटोलने पर मजबूर कर दिया हैं। हालांकि पैट्रोलियम उत्पादों की कीमत पर तो हमारा कंट्रोल नहीं हैं, लेकिन हम बिजली के ऊंचे दामों को अपने काबू में रख सकते हैं। दिन प्रति दिन बढ़ती बिजली की कीमतों पर सौर ऊर्जा उत्पादन के जरिये पूरी तरह से रोक लगाई जा सकती हैं। हाल ही में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युएल मैक्रों के साथ संयुक्त रूप से यूनाइटेड नेशंस की तरफ से पर्यावरण क्षेत्र में दिए जाने वाले सबसे बड़े सम्मान ‘चैंपियंस आफ द अर्थ अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया हैं। अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन तथा पर्यावरणीय कार्रवाई की दिशा में नई पहलकदमियों को प्रोत्साहन देने के लिए मोदी और मैक्रों को यह सम्मान मिला है। गौरतलब है कि अंतराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) भारत की ही पहल हैं, जिसे पीएम मोदी और फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने संयुक्त रूप से जनवरी 2015 में शुरू किया था। केंद्र सरकार की इस पहल ने देश की कई सौर ऊर्जा उत्पादन कंपनियों को नई ऊर्जाशक्ति प्रदान की हैं।
दिल्ली स्थित सौर ऊर्जा क्षेत्र की अग्रणी कंपनी जनरूफ़ के डायरेक्टर प्रणेश चैधरी बताते हैं कि, “भारत ने सौर ऊर्जा के क्षेत्र में जिस तेजी से तरक्की की है, वह पूरे विष्व के लिए सुखद आश्चर्य का विषय है। बीते तीन साल में भारत में सौर ऊर्जा का उत्पादन अपनी स्थापित क्षमता से चार गुना बढ़कर 10 हजार मेगावाट की सीमा पार कर गया है। इस क्षेत्र में अपार संभावनाओं को देखते हुए कई देशी-विदेशी कंपनियां लगातार इसमें निवेश कर रही हैं। सौर ऊर्जा में भारत की सफलता का सीधा श्रेय केंद्र सरकार की सकारात्मक पहलों को जाता है। मोदी सरकार सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी भी उपलब्ध करा रही हैं, जिससे इस क्षेत्र के प्रति भारी संख्या में लोग आकर्षित हुए हैं। सौर ऊर्जा के उत्पादन में हम अब अमेरिका और चीन जैसे देशों से ही पीछे हैं, जो कि पूरे देश के लिए गर्व की बात हैं।“
बता दें कि पिछले दिनों ’जनरूफ’ ने ज्यादा से ज्यादा लोगों को सोलर प्लांट के प्रति आकर्षित करने के मकसद के साथ अपनी एक नई रेफरल स्कीम की शुरुआत की हैं, जिसके तहत घर बैठे हजारों रुपये की कमाई की जा सकती हैं। इस नई स्कीम के तहत कोई भी अपने किसी दोस्त, रिस्तेदार या अन्य जानकार को जनरूफ़ सौर संयंत्र लगाने के लिए प्रेरित कर सकता हैं। जनरूफ सोलर प्लांट लगाने वाले प्रत्येक ग्राहक के पास 25 हजार रूपए प्रति माह तक कमाने का मौका होगा, वहीं ऐसी हर सफल डील पर आपको भी 5000 रूपए का मुनाफा दिया जाएगा।
इसके अतिरिक्त कंपनी सरकार से मिलने वाली 30 फीसदी सब्सिडी (जो सीधे ग्राहकों के अकाउंट में आती हैं) के माध्यम से भी ग्राहकों को सौर ऊर्जा संयंत्र लगवाने के लिए प्रेरित कर रही हैं। जनरूफ़ पिछले लंबे समय से देश के कई राज्यों में अपनी सेवाओं का विस्तार करते हुए लोगों के घरों की छतों को सौर संयंत्र में बदलने का काम कर रही है। कंपनी का उद्देश्य सौर ऊर्जा के प्रति अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करना व देश को विश्व की सबसे बड़ी सौर शक्ति के रूप में तब्दील करना हैं।

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