उत्तर प्रदेश प्रदुषण कंट्रोल बोर्ड ने एवरजेन सिस्टम्स की क्लीन एयर टेक्नोलॉजी की प्रशंसा की

राज्य में प्रदुषण नियंत्रण प्रयासों में इस तकनीक के डिप्लॉयमेंट हेतु अनुरोध
एवरजेन सिस्टम्स एक बहु-पुरुस्कृत क्लीन-टेक कंपनी ने आज घोषणा की कि उत्तर प्रदेश पॉलूशन कंट्रोल बोर्ड ने एवरजेन सिस्टम्स की क्लीन एयर टेक्नोलॉजी की प्रशंसा की और साथ ही इस असरदार तकनीक के डिप्लॉयमेंट के बारे में इनडोर और आउटडोर वायु प्रदूषण को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) से अनुरोध किया I एवरजेन सिस्टम्स कुछ समय पहले दिल्ली के रकाबगंज गुरुद्वारा में विश्व के ‘प्रथम क्लीन एयर जोन’ का सफल प्रदर्शन कर चुकी हैं l जिसका स्वंत्र रूप से अक्टूबर के महीने में NPL के गैस मैट्रोलोजी अनुभाग के वैज्ञानिकों के द्वारा कठोर परिक्षण किया गया l NPLI के मूल्यांकन की रिपोर्ट के अनुसार ‘क्लीन एयर’ तकनीक हवा को शद्धु करने मैं 90% से अधिक कार्यक्षम है l अपनी ‘क्लीन एयर’ तकनीक के लिए पूरी तरह भारत में एनपीएल द्वारा मान्यता प्राप्त पहली कंपनी हैं l सोमवार को लखनऊ में उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वाराआयोजित आउटडोर प्रदुषण निंयत्रण हेतु क्लीन एयर जोन के विषय पर कंपनी को आमंत्रित किया और इस प्रस्तुति में शहर के पर्यावरण अधिकारी और निजी हितधारकों के अधिकारियों ने भाग लिया l

यह तकनीक वायुमंडलीय रसायन शास्त्र और उन्नत एयरफ्लो इंजीनियरिंग के संयोजन का उपयोग करती है और ए NOx, SOx, CO2 और ओजोन जैसी गैसों को
हटाने के लिए 97-99% ठीक धूल कणों और रासायनिक मीडिया को हटाने के लिए सक्रिय आयोनिज़ेशन को जोड़कर एक्टिव आयोनाइजेशन फ़िल्टर प्रणाली के माध्यम से कार्यान्वित की जाती है l

उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव श्री आशीष तिवारी ने कहा, “हम वायु प्रदूषण की समस्या को समझते हैं और वायु प्रदूषण से झूझने के लिए एवरजेन की वायु शोधन तकनीक के प्रदर्शन और क्षमता को देखते हुए सरकार और निजी हितधारकों को इस तकनीक को अपनाने का अनुरोध करते हैं l हमारे शहरों में वायु प्रदूषण की बढ़ती समस्या के लिए नए समाधान की आवश्यकता है और यह तकनीक हमें निश्चित रूप से हमारे साथी देशवासियों की बेहतरी कि आशा देती है। हमें आशा है कि परिवहन प्राधिकरण, लखनऊ नगर निगम, उत्तर प्रदेश शहरी विकास विभाग और होटल, अस्पतालों, स्कूलों और वाणिज्यिक कार्यालयों जैसे निजी हितधारक प्रदूषण को रोकने के लिए इस नई एज तकनीक को अपनाएंगे।

इस अवसर पर जी बी सोढ़ी, एवरजेन, इंडिया हेड,ने कहा, “२०१७ में वायु प्रदूषण के कारण भारत में प्रत्येक आठ में से एक मृत्यु और कुल 1.24 मिलियन मृत्यु हुई हैं l 6 दिसंबर, 2018 को लांसेट प्लैनेटरी हेल्थ में प्रकाशित भारत राज्य स्तरीय रोग बर्डन पहल द्वारा वायु प्रदूषण मृत्यु दर और विकृति अनुमान के मुताबिक इनमें से आधे से ज्यादा पीड़ित 70 साल से कम उम्र के थे।हम प्रदुषण की इस बढ़ती समस्या का इसके समाधान के साथ सरकार की सहायता करने हेतु तत्पर हैं l आइए हम एक साथ प्रदूषित वायु को स्वच्छ कर आने वाली पीढ़ियों को एक स्वस्थ वातावरण प्रदान करे l”

एवरजेन सिस्टम्स लिमिटेड के बारे में
वर्ष 2010 में स्थापित एवरजेन, विविध पुरस्कारों से सम्मानित क्लीन-टेक कंपनी है। स्थापना के बाद से ही ऊर्जा की खपत तथा CO2 के उत्सर्जन में कमी लाना कंपनी का मिशन रहा है। कंपनी घरों, वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों और सार्वजनिक क्षेत्र की इमारतों पर सोलर जेनरेशन, इलेक्ट्रिसिटी स्टोरेज एवं एनर्जी मैनेजमेंट सिस्टम को इंस्टॉल करने में संलग्न रही है। पिछले कुछ वर्षों में, कंपनी का व्यवसाय ऊर्जा की बचत और CO2 के उत्सर्जन में कमी से प्रदूषण को कम करने और हवा की सफाई के क्षेत्र तक विकसित हुआ है।

error: Content is protected !!