जियो ने राजस्थान में राजस्व में अपनी प्रमुखता को बरकरार रखा

जयपुरः राज्य में तेजी से बढ़ते 4जी उपयोगकर्ता आधार और उच्च टेली-घनत्व के कारण, रिलायंस जियो राजस्थान सर्कल में राजस्व हासिल करने में प्रमुख स्थान बनाए हुए है। ट्राई द्वारा जारी वित्तीय रिपोर्ट के अनुसार, 2018-19 की चौथी तिमाही में जियो का राजस्थान में राजस्व बाजार में हिस्सा 39.64 प्रतिशत ( 0.64 प्रतिशत बढ़त) रहा। सकल राजस्व में वृद्धि के बावजूद, भारती एयरटेल राजस्थान में 34.33 प्रतिशत की कुल बाजार हिस्सेदारी के साथ नंबर दो की स्थिति पर बनी हुई है। वोडा आइडिया लिमिटेड तीसरे स्थान पर है और बीएसएनएल चौथे स्थान पर है।

ट्राई के अनुसार, राजस्थान में तीसरी तिमाही के लिए दूरसंचार उद्योग का कुल राजस्व 2155.57 करोड़ रुपए रहा। एक दूरसंचार सेवा प्रदाता का राजस्व बाजार हिस्सेदारी (आरएमएस) उस ऑपरेटर द्वारा कुल उद्योग राजस्व में दिए गए योगदान का प्रतिशत है।

दूरसंचार नियामक ट्राई के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, राजस्थान में जियो ने 854.50 रुपए का सकल राजस्व दर्ज किया, जो कि तीसरी तिमाही के राजस्व से 24 करोड़ अधिक है। चौथी तिमाही में एयरटेल का कुल राजस्व 740.21 करोड़ रूपए रहा। इसके बाद वोडा आइडिया लिमिटेड ने 23.6 प्रतिशत के साथ 509.55 रुपए का सकल राजस्व दर्ज किया और बीएसएनएल 2.01 प्रतिशत आरएमएस के साथ राजस्व 43.40 करोड़ रुपए रहा।

राजस्थान में जियो की तेजी से वृद्धि में योगदान करने वाले प्रमुख कारकों में से एक किफायती मूल्य पर किफायती डेटा है। 850 मेगाहर्ट्ज, 1,800 मेगाहर्ट्ज और 2,300 मेगाहर्ट्ज बैंड में एलटीई स्पेक्ट्रम के संयोजन के साथ, जियो राजस्थान के सभी 33 जिलों को जोड़ता है, यहां तक कि दूरस्थ क्षेत्रों में भी दूरसंचार सेवाएं उपलब्ध करवा रही हैं। जियो ने अपने ग्राहकों को बाधारहित वॉयस निर्बाध आवाज़ और डेटा सेवाएं प्रदान करने के लिए सबसे उन्नत ऑल आईपी नेटवर्क में निवेश किया है।

Operators Q4 Revenue (cr) RMS
Jio 854.50 39.64
Airtel 740.21 34.33
Voda-Idea LTD 509.55 23.6
BSNL 43.40 2.01
Aircel 0.0 0.0
Reliance 0.00 0.0
MTS 0.0 0.0
TATA 7.91 .36
Total: revenue 2155.57

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