गणगौर की बाड़ी सब दूर दसमी एवं एकादशी को बोई जा चुकी है। कल दसमी वाली बाड़िया खुलेगी. परन्तु करोना वायरस के चलते भीड़ एकत्र नहीं होने दी जावेगी। अनेक जगह पंडित राम नारायण जी उपाध्याय की स्मृति में श्रीमती साधना हेमंत उपाध्याय के द्वारा युनिक्स कंपनी के सहयोग से बनाई गई एतिहासिक गणगौर पर्व का ही आनंद चेनलों पर व घर बैठे लिया जा है। पं. राम नारायण उपाध्याय ने किताबों में निमाड़ की गणगौर के गीतों व पर्व का वर्णन कर उसे विश्वस्तर पर पहचान दिलाई है । उनकी इच्छा को मूर्त रूप देने के लिए ही वृत्तचित्र डाक्यूमेंट्री तैयार कराई गई जो आज जनता कर्फ्यू के दौरान काम आ रही है। इस में स्थापना से विसर्जन तक का आँखों देखा वर्णन 3 साल में तैयार किया है व पारंपरिक गीत नृत्य भी है । इस तरह पारंपरिक गणगौर पर्व बनाने का उद्देश्य पूरा हुआ जो सदियों काम आयेगी।
हेमंत उपाध्याय। 9425086246
