युवा जागेगा तभी बदलेगी देश की किस्मत: अन्ना

प्रख्यात गाधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा है कि युवा अभी खामोश है। जब वह जागेगा तभी देश बदलेगा, भ्रष्टाचार मिटेगा, लोकतात्रिक प्रणाली ठीक होगी, जन-जन की सरकार बनेगी। तब नेता व अधिकारी नहीं बल्कि आमजन मालिक होंगे। वर्तमान राजनीति के चलते देश बर्बाद हो रहा है, अब बचे मुल्क को बचाना है। इसके लिए संघर्ष करना होगा। जमीन में जब एक दाने की आहुति दी जाती है तभी सैकड़ों दाने मिलते हैं। एकजुट होकर संघर्ष के लिए सभी को तैयार रहना होगा।

अन्ना हजारे बुधवार को महात्मा गाधी काशी विद्यापीठ छात्रसंघ की ओर से भारत माता मंदिर परिसर में आयोजित छात्र-युवा सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश का सिस्टम बदल गया है। शिक्षा के क्षेत्र में दुकानें लगने लगी हैं जिससे गरीब को शिक्षा नहीं मिल पा रही है। देश में विदेशी कंपनियां आ रही हैं। किसानों की जमीन इन कंपनियों को दी जा रही है, ऐसा नहीं होना चाहिए।

अन्ना ने कहा कि आजादी के 65 वर्ष बीत गए लेकिन आज भी कुछ लोग खाने के लिए जी रहे हैं तो कुछ लोग जीने के लिए खा रहे हैं। उन्होंने एलान किया कि भ्रष्टाचार मुक्त होने व शरीर में प्राण रहने तक व्यवस्था परिवर्तन की उनकी लड़ाई जारी रहेगी। कहा, घुट-घुट कर मरने से अच्छे समाज के लिए संघर्ष करते हुए जीना बेहतर है। अच्छे कार्य के लिए जेल जाना अलंकरण जैसा है। लोकपाल आने के बाद चुनाव में राइट टू रिजेक्ट पाने का प्रयास होगा। पूर्व थलसेना अध्यक्ष जनरल वीके सिंह ने कहा कि देश की शिक्षा प्रणाली कुछ ऐसी हो गई है कि हमारे बच्चों को पढ़ने के लिए विदेश जाना पड़ता है। इसमें प्रतिवर्ष 50 हजार करोड़ रुपये खर्च हो रहा है जबकि इतनी राशि में कई आइआइएम व आइआइटी स्थापित हो जाएंगे। उन्होंने मतदान के दौरान न बंटने की भी अपील की।

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