मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी के छात्रों को नाइट हेन्नेस्सी स्कॉलरशिप मिला

मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी के छात्रों को स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, अमेरिका में स्नातकोत्तर कार्यक्रम के लिए प्रतिष्ठा वाला नाइट हेन्नेस्सी स्कॉलरशिप मिला

मणिपाल, मई 2021: मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी, एमएएचई, मणिपाल के दो छात्रों, सुश्री अक्षता कामथ, कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग तथा श्री ध्रुव सुरी, एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग को स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, अमेरिका में स्नातकोत्तर कार्यक्रम के लिए प्रतिष्ठावाला नाइट हेन्नेस्सी स्कॉलरशिप मिला है। नाइट हेन्नेस्सी स्कॉलर्स प्रोग्राम एक प्रतिष्ठा वाला अवार्ड है जो दुनिया भर के उभरते अग्रणियों के एक बहुक्षेत्रीय, बहुसांस्कृतिक समुदाय को बढ़ावा देता है तथा जब वे समाज के समक्ष मौजूद जटिल चुनौतियों का सामना करने की तैयारी करते हैं तो उन्हें गठजोड़ करने, नया करने और संचार करने के लिए मार्गदर्शन करता है। अक्षता और ध्रुव भारत से चुने गए दो ही छात्र हैं जो 26 देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले कुल 76 छात्रों में थे और इस साल कार्यक्रम तक पहुंच पाए हैं।

सुश्री अक्षता कामथ उडुपी की रहने वाली हैं और स्टैनफोर्ड ग्रेजुएट स्कूल ऑफ एजुकेशन में एजुकेशन डाटा साइंस में स्नातकोत्तर डिग्री के लिए पढ़ाई करेंगी। वे सीखने की विविधतापूर्ण आवश्यकताओं के लिए व्यैक्तिक लर्निंग के लिए समाधान का विकास करना चाहती है। उन्होंने एक और प्लैटफॉर्म का विकास किया है। इसे ‘सांतानेट’ कहा जाता है और समर्पित स्वयंसेवकों के जरिए गरीब और पिछड़े अनाथों को जोड़ने के लिए है। अक्षता ने कई मेडिकल टेक्नालॉजी का विकास किया है और इसके लिए उसे एमआईटी कोविड 19 चैलेंज पुरस्कार मिला है। स्टैनफोक्ड यूनिवर्सिटी में उसने स्टैनफोर्ड हेल्थ++ हैकैथॉन जीता है और इसके लिए उसे हेल्थ इंफॉर्मेटिक्स, मणिपाल स्थित डॉ. टीएमए पई एंडोवमेंट चेयर से यात्रा में सहायता मिली थी।

श्री ध्रुव सुरी दिल्ली के रहने वाले हैं और उर्जा संसाधनों में अपनी स्नातकोत्तर डिग्री की पढ़ाई स्टैनफोर्ड स्कूल ऑफ अर्थ, एनर्जी एंड एनवाय़रमेंटल साइंसेज में करेंगे। वे ऊर्जा और जलवायु के केंद्र में काम करना चाहते हैं और पीड़ित हो सकने वाले समुदाय की सहायता करने में योगदान करना है ताकि वे इन बाधाओं से निपट सकें और भारत और अन्य विकासशील देशों में ऐक्सेस की बाधाएं दूर हों। ध्रुव, कैन्डेला एनर्जी के सह संस्थापक हैं।

यह अंतिम मील का वितरण संगठन है जो दूर-दराज के गांवों में जीवन बेहतर करने वाले उत्पादों तक पहुंच मुहैया करवाते हैं। इसे इटीएच स्टूडेंट प्रोजेक्ट हाउस स्विटजरलैंड और अर्थटेक ऑस्ट्रेलिया द्वारा पुरस्कृत किया गया है।

डॉ. एचएस बल्लाल, प्रो चांसलर, एमएएचई ने अक्षता कामथ और ध्रुव सुरी को प्रतिष्ठावाला नाइट हेन्नेस्सी स्कॉलरशिप मिलने के लिए दोनों की प्रशंसा की। “छात्रवृत्ति मिलना उसे बेजोड़ प्रतिभा और अक्षता तथा ध्रुव के अभिनव रुख को मान्यता मिलना है। इन लोगों ने दिखाया है कि शिक्षा में उत्कृष्टता, उद्यमिता वाली मनःस्थिति और समाज के प्रति वाजिब लगाव लोगों के जीवन में बदलाव लाने में सहायक होता है। इनलोगों ने एमएएचई की भावना को हर तरह से सफल बनाया है।”

एमएएचई के वाइस चांसलर लेफ्टिनेंट जनरल (डॉ.) एमडी वेंकटेश ने नाइट हेन्नेस्सी स्कॉलरशिप के लिए अक्षता कामथ और ध्रुव सुरी को बधाई दी। उन्होंने कहा, “वाकई यह एमएएचई में खुशिया मनाने के लिए एक बड़ा मौका है कि इसके छात्रों ने बार-बार यह साबित किया है कि वे दुनिया में सर्वश्रेष्ठ हैं।”

डॉ. डी श्रीकांत राव, निदेशक, एमआईटी, एमएएचई ने एमआईटी के छात्रों की उपलब्धि पर खुशी जताई और कहा, “छात्रों ने एमआईटी को गौरवान्वित किया है और उम्मीद करता हूं कि वे उन समस्याओं का हल पेश करने में योगदान करते रहेंगे जिसका सामना समाज करता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि ये लोग भविष्य के अगुआ बनेंगे और एमआईटी की संस्कृति को आगे बढ़ाएंगे जिससे समाज में पहुंच का फल मिला है।”

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