गैंगरेप के एक हफ्ते बाद पीएम ने दो शब्द बोलकर की खानापूर्ति

लगभग एक सप्ताह से दिल्ली में गैंगरेप मामले पर जारी प्रदर्शन के मद्देनजर सरकार पर दबाव बढ़ गया है। बढ़ते दबाव के बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मंगलवार को महज एक मिनट के राष्ट्र के नाम संबोधन में जनता से शांति बनाए रखने की अपील कर खानापूर्ति ही की।

अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि वह दिल्ली में एक लड़की के साथ हुई इस बर्बरता से दुखी है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि वह इस संबंध में सभी जरूर और ठोस कार्रवाई करेंगे। अपने एक मिनट से कुछ ज्यादा देर के संबोधन में पीएम ने लोगों से सरकार पर विश्वास बनाए रखने की भी अपील की।

पीएम ने कहा कि वह जनता के जज्बातों की कद्र करते हैं और उनका गुस्सा जायज है, लेकिन इस तरह से हिंसा करके कुछ हल भी नहीं निकलने वाला है। अपने संबोधन में उन्होंने जनता से अपील की है कि वह देश में शांति बनाए रखें। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि वह देश की राजधानी को महिलाओं के लिए भयमुक्त बनाने के लिए हर संभव कदम उठाएंगे। उन्होंने महिलाओं को पूरी सुरक्षा मुहैया कराने का भी आश्वासन जनता को दिया है। पीएम ने कहा कि इस संवेदनशील मुद्दे पर हिंसा करने और गाड़ियों में आग लगा देने से किसी तरह का कोई हल नहीं निकलने वाला है। मनमोहन सिंह ने कहा कि वह खुद तीन बेटियों के पिता हैं। इस अमानवीय कृत्य के लिए किसी भी आरोपी को छोड़ा नहीं जाएगा और उनको कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।

माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री का यह संबोधन सोनिया गांधी द्वारा प्रदर्शनकारियों से हुई बातचीत का ही नतीजा है। दिल्ली में देश को शर्मसार करने वाली इस घटना के बाद केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने भी इस संबंध में आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने का आश्वासन दिया था। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी प्रदर्शनकारियों को गैंगरेप पीड़िता को इंसाफ दिलाए जाने की बात कही थी।

गौरतलब है कि 16 दिसंबर की रात चलती बस में एक मेडिकल छात्रा के रेप और उसके साथ हुई बर्बरता के खिलाफ पूरे देश में प्रदर्शन हुए थे। देश की राजधानी में स्कूल और कालेज के छात्र-छात्राओं ने राजपथ पर प्रदर्शन किया और आरोपियों को फांसी दिए जाने की मांग की। पिछले तीन दिनों से राजपथ पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच रस्साकशी भी जारी है।

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